रांची /रामगढ़ : रामगढ़ थाना के प्रभारी और चर्चित इंस्पेक्टर पीके सिंह को आईजी ने सस्पेंड कर दिया. रामगढ़ एसपी की अनुशंसा के बाद आईजी थाना प्रभारी पीके सिंह को उनके पद से हटाते हुए सस्पेंड कर दिया. जबकि थाना ड्यूटी में तैनात सब इंस्पेक्टर सलीमुद्दीन खा, होमगार्ड के जवान अजय करमाली, नीमा चंद्र महतो को तत्काल प्रभाव से विधि व्यवस्था की ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया।
इससे पहले इस प्रकरण में आईजी ने रामगढ़ के एसपी को निर्देश दिया था कि इस पूरे मामले की जांच करें और दोषी पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों को चिन्हित करके जांच रिपोर्ट जल्द भेजे. रामगढ़ थाना प्रभारी पीके सिंह के खिलाफ यह कार्रवाई थाना हाजत से गुड्डूप उर्फ आफताब की फरारी के मामले की गई है. आफताब को पुलिस ने एक युवती के साथ गलत करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. उसे बिना हथकड़ी के थाना में रखा गया था. पुलिस के मुताबिक वह दामोदर नदी की तरफ जाने वाले रास्ते से भाग गया।
आफताब उर्फ गुड्डू के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है
थाना परिसर से फरार होने के बाद आफताब उर्फ गुड्डू के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है. वह अपने घर भी नहीं पहुंचा है. पुलिस ने भी हर संभावित जगह पर उसकी खोज की, लेकिन वह नहीं मिला. इस वजह से बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर वह गया कहां? कहीं उसके साथ कोई अनहोनी तो नहीं हुई? उल्लेखनीय है युवती के साथ गलत करने के मामले में रामगढ़ महिला थाना में कांड संख्या 14/2025 दर्ज किया गया था।
इस मामले में ही पुलिस ने अभियुक्त गुड्डू उर्फ अफताब अंसारी को रामगढ़ थाना लाया था. और वह थाना परिसर से ही फरार हो गया. पुलिस की रिकॉर्ड के मुताबिक आफताब पहरा ड्यू
टी पर तैनात पुलिसकर्मियों और अन्य स्टाफ को चकमा देकर दामोदर नदी की ओर जाने वाले रास्ते से भाग निकला. जिसके बाद थाना के पुलिसकर्मियों ने उसकी खोजबीन शुरू की गई, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया।
इंस्पेक्टर पीके सिंह को थाना प्रभारी पद से हटाये जाने को लेकर जारी आदेश में कहा गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि अभियुक्त को सही ढंग से हथकड़ी नहीं लगाई गई थी और उसकी गिरफ्तारी केवल खानापूर्ति के उद्देश्य से की गई थी, जिसके कारण वह आसानी से थाना परिसर से भागने में सफल रहा।
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