गुड़ाबांदा प्रखंड में इस बार पांच जगहों पर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू हो चुकी है। रविवार को महा षष्ठी के अवसर पर सभी पंडालों के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।
सुबह से ही ग्रामीण परिवार पूजा पंडालों में पहुंचने लगे और मां के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। तीन दिन तक सांस्कृतिक कार्यक्रम पूजा के साथ-साथ बंगला व ओड़िया नाटक सहित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। चार दिनों तक मेला भी लगेगा। दुकानों, झूलों और रोशनी से सजे मेलों में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी की भारी भीड़ जुटने लगी है। ऐतिहासिक पंडालों की परंपरा बरकरार
ज्वालाकाटा में इस वर्ष लगातार 74वां दुर्गा पूजा आयोजित हो रहा है। पाथरपाड़ा में 66वीं बार पूजा की जा रही है। बालिजुड़ी और आकाशचिड़ा के पंडाल भी आकर्षक सजावट और भव्य मूर्तियों के कारण श्रद्धालुओं का ध्यान खींच रहे हैं। गुड़ाबांदा की सड़कों से लेकर पूजा पंडालों तक चारों ओर भक्तिमय माहौल है। ढाक की धुन, रोशनी और जयकारों से पूरा इलाका देवीमय हो उठा है।
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