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शुक्रवार, 26 दिसंबर 2025

राजनगर में बहुभाषीय साहित्यिक सम्मेलन सह पुस्तक विमोचन समारोह का आयोजन

राजनगर : विकाश एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में दिनांक 25 दिसम्बर को मुक्तेश्वर धाम, हरिणा आश्रम परिसर में एक भव्य बहुभाषीय साहित्यिक सम्मेलन सह पुस्तक विमोचन समारोह का आयोजन किया गया। इस साहित्यिक समारोह में भुवनेश्वर, पश्चिम बंगाल तथा झारखंड के प्रतिष्ठित साहित्यकार, कवि एवं बुद्धिजीवी अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए।

कार्यक्रम के दौरान बहुभाषीय कवि सम्मेलन, साहित्यिक विमर्श तथा समसामयिक साहित्य पर सार्थक चर्चा आयोजित की गई। यह सम्मेलन विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के साहित्यकारों को एक मंच पर लाकर साहित्यिक संवाद को सशक्त करने का प्रयास किया गया।



इस अवसर पर बहुभाषी पत्रिका के प्रभारी संपादक रबि कान्त भकत के द्वारा बांग्ला, हिंदी इंग्लिश एवं संथाली के सुप्रसिद्ध लेखक, अनुवादक प्राक्तन MLA सम्मानीय श्री सूर्य सिंह बेसरा जी को बहुभाषी पत्रिका "प्रभाती" का प्रवेशांक ससम्मान भेंट किया गया।

एक नई सुबह की पहली किरण की तरह है, जो आंचलिक लेखक-लेखिकाओं के विचारों, संवेदनाओं और स्थानीय सरोकारों का जीवंत दस्तावेज प्रस्तुत करती है। यह ग्रामीण क्षेत्र का एक सशक्त बहुभाषी प्रयास है, जहाँ हर भाषा अपनेपन के साथ खिलती है, हर लेखक अपनी मिट्टी की खुशबू लेकर आता है और हर पाठक को नई सोच, नई अनुभूति तथा नई प्रेरणा का उजास मिलता है। पत्रिका का मूल उद्देश्य शब्दों के माध्यम से समाज को जोड़ना और प्रत्येक हृदय में जागृति की प्रभात जगाना है।

“प्रभाती” के इस प्रवेशांक में झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओड़िशा—तीन राज्यों के 62 सुमानधन्य आंचलिक लेखक-लेखिकाओं की रचनाएँ संकलित हैं। इसमें हिंदी, बांग्ला, ओड़िया, अंग्रेज़ी, संथाली, कुड़माली एवं संस्कृत भाषाओं में रचित 15 कहानियाँ, 47 कविताएँ, 7 लोक-संगीत रचनाएँ तथा 7 विचारात्मक एवं उपयोगी लेख सम्मिलित हैं। यह प्रकाशन पूर्णतः आंचलिक लेखक-लेखिकाओं के आपसी सहयोग से सम्पन्न हुआ है और भविष्य में भी इसी सहभागिता के साथ आगे बढ़ेगा।















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