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मंगलवार, 2 सितंबर 2025
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उत्क्रमित उच्च विद्यालय बुरूडीह में पूर्व संध्या करम महोत्सव का किया गया आयोजन।
खरसावां ः उत्क्रमित उच्च विद्यालय बुरूडीह में मंगलवार को पूर्व संध्या करम महोत्सव का आयोजन किया गया।
इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में खरसावाँ प्रखंड के बीपीओ पंकज कुमार महतो उपस्थित थे।
जिन्होने करम परब के बारे में बच्चों को विस्तार पूर्वक बताएं और उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए नृत्य, संगीत की सराहना करते हुए उनका हौसला-अफ़ज़ाई किया।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक धरमेंद्र महतो ने प्राकृतिक पर्व करम की पवित्रता और उसके नेग नियम के बारे में बच्चों को वीस्तार पूर्वक बताएं।
विद्यालय के शिक्षक तुषार कांति महतो,प्रदीप कुमार माहतो, प्रशांत कुमार प्रधान व ब्रज किशोर कुमार बेदिया ने कर्म पर्व से जुड़ी लोगों की आस्था, नियमों व लोक कथा से बच्चों को अवगत कराएं।साथ ही विद्यालय के शिक्षक तुषार कांति महतो ने कहा की करम पर्व झारखंड के महान प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक पर्व है।यह पर्व भाई बहनो के प्रति प्रेम को भी दर्शाता है।
इस दौरान विद्यालय में वर्ग सप्तम से दशम तक के विद्यार्थीयों ने अलग-अलग समूहों में करम नृत्य प्रस्तुत किए। जिसमें साक्षी, राधा, मंजू, सुमित, चक्रो, प्रतिक्षा, वसुंधरा, ऋषिकेश, दशरथ, राज, पुर्णिमा बानरा विशेष रूप से सम्मीलित हुई।
इन सभी नृत्यों में सबसे अधिक आकषर्ण का केंद्र रहा अंतिम समूह नृत्य। जिसमें वर्ग 1 से 10 तक के लगभग सभी विद्यार्थीयों ने पूरे उत्साह के साथ नृत्य किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय की छात्रा संगीता प्रामाणिक ने की और धनयवाद ज्ञापन शिक्षक प्रशांत कुमार प्रधान ने दी।
मौके पर विद्यालय के शिक्षक, लक्ष्मण साहू, मनोज पांडे, प्रदीप कुमार महतो,स्वागता सिंह, छंदा रानी माजि, संध्या प्रधान, नीलमोहन महतो, मौसमी दास, लवली कुमारी,दिनेश महतो, लोकनाथ माहतो, विशेश्वर महतो, सुप्रिया साहदेव व युद्धिशथिर पान मौजूद थे।
नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी में साइबर सुरक्षा सेमिनार और वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित, SSP पीयूष
नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ने आज एक विशेष और प्रेरणादायी कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें दो महत्वपूर्ण विषयों – *साइबर सुरक्षा जागरूकता* और *पर्यावरण संरक्षण* – पर विशेष जोर दिया गया। विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जमशेदपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) *श्री पीयूष पांडे* उपस्थित रहे। कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ाया विश्वविद्यालय के *कुलाधिपति श्री मदन मोहन सिंह* ने, जिन्होंने इस अवसर पर छात्रों और शिक्षकों को प्रेरित किया।
शहीद भगत सिंह ब्लॉक स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित सेमिनार का विषय था – *“साइबर सुरक्षा का महत्व”*। सेमिनार में छात्रों, अध्यापकों और स्टाफ की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए श्री पांडे ने कहा कि आज के युग में साइबर सुरक्षा हर नागरिक की जिम्मेदारी है। इंटरनेट और सोशल मीडिया हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन इनके अंधाधुंध प्रयोग से अपराध भी तेजी से बढ़े हैं। उन्होंने युवाओं को सावधान करते हुए बताया कि साइबर अपराधी अक्सर छात्रों और युवाओं को निशाना बनाते हैं।
उन्होंने सुझाव दिए कि हर किसी को सुरक्षित पासवर्ड का प्रयोग करना चाहिए, बैंक डिटेल्स और ओटीपी किसी से साझा नहीं करना चाहिए, और सोशल मीडिया पर निजी जानकारी सार्वजनिक करने से बचना चाहिए। श्री पांडे ने यह भी बताया कि नकली कॉल्स, फर्जी ई-मेल्स और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाव के उपाय क्या हैं। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस या साइबर सेल को दें।
अपने वक्तव्य में उन्होंने यह भी कहा कि साइबर अपराध की रोकथाम केवल पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर व्यक्ति को सतर्क रहना चाहिए। इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम युवाओं को जिम्मेदार डिजिटल नागरिक बनाने में मदद करते हैं।
कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में विश्वविद्यालय परिसर में *वृक्षारोपण अभियान* का आयोजन किया गया। इस अभियान की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति *श्री मदन मोहन सिंह* और मुख्य अतिथि *एसएसपी श्री पीयूष पांडे* ने संयुक्त रूप से की।
दोनों गणमान्य व्यक्तियों ने अपने हाथों से पौधे लगाकर छात्रों को संदेश दिया कि जिस प्रकार साइबर सुरक्षा आज की आवश्यकता है, उसी प्रकार पर्यावरण सुरक्षा भी आने वाली पीढ़ियों के लिए अनिवार्य है।
इस अवसर पर कुलाधिपति श्री सिंह ने कहा – *“पेड़ केवल ऑक्सीजन ही नहीं देते, बल्कि जीवन का आधार भी हैं। प्रत्येक विद्यार्थी को कम से कम एक पौधा लगाना और उसकी देखभाल करना अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए।”*
श्री पांडे ने भी पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसी समस्याओं से निपटने का सबसे सरल और प्रभावी उपाय वृक्षारोपण है। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अपने जीवन में पौधे लगाने और उनकी देखभाल को एक आदत बनाएं।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कई विभागों ने मिलकर विश्वविद्यालय परिसर के विभिन्न हिस्सों में पौधे लगाए। छात्रों ने संकल्प लिया कि वे लगाए गए पौधों की देखभाल करेंगे और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक हरा-भरा परिसर छोड़कर जाएंगे।
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भी घोषणा की कि आने वाले समय में “*ग्रीन कैंपस अभियान*” को और अधिक व्यापक रूप से चलाया जाएगा, जिसमें नियमित रूप से वृक्षारोपण और पौधों की देखभाल की जाएगी।
आज का यह संयुक्त कार्यक्रम – साइबर सुरक्षा सेमिनार और वृक्षारोपण अभियान – दोनों ही दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण और प्रेरणादायी रहा। एक ओर जहां छात्रों ने डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के गुर सीखे, वहीं दूसरी ओर उन्होंने प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लिया।
विश्वविद्यालय परिवार ने एसएसपी श्री पीयूष पांडे और कुलाधिपति श्री मदन मोहन सिंह का आभार व्यक्त किया और आशा जताई कि इस प्रकार के कार्यक्रम आगे भी निरंतर आयोजित होते रहेंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ प्रभात कुमार पाणी, रजिस्ट्रार नागेंद्र सिंह, डीन एडमिनिस्ट्रेशन प्रोफेसर नाज़िम खान, शिक्षकों, छात्रों और प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति रही।
घाटशिला उपचुनाव: 2 से 17 सितंबर तक चलेगा मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण
जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह- उपायुक्त ने घाटशिला विधानसभा उप चुनाव हेतु मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर की प्रेस वार्ता
समाहरणालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में जिला निर्वाचन पदाधिकारी- सह- उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी ने घाटशिला विधानसभा उप चुनाव हेतु मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर जानकारी दी । उन्होने बताया कि पुनरीक्षण कार्यक्रम के निमित्त एकीकृत निर्वाचक सूची का प्रारूप प्रकाशन दिनांक 02.09.2025 को सभी मतदान केन्द्रों में किया गया है एवं निर्वाचक सूची का अंतिम प्रकाशन दिनांक 29.09.2025 को निर्धारित है। दावा/आपत्ति प्राप्त करने की अवधि दिनांक 02.09.2025 से 17.09.2025 तक है। दावे एवं आपत्तियों का निपटारा दिनांक 25.09.2025 तक होगी। निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण नियम, 1960 के नियम 16 के अनुसार, निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी प्रपत्र 9, 10, 11 एवं 11ए तथा 11बी में दावों और आपत्तियों की सूची तैयार करेंगे और ऐसी सूचियों की एक प्रति अपने कार्यालय में नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित करेंगे तथा सभी मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्य राजनीतिक दलों को साप्ताहिक आधार पर साझा करेंगे ।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जानकारी दी कि मतदान केन्द्रों के रेशनलाइजेशन उपरांत 9 नए मतदान केन्द्र बनाए गए हैं । पूर्व में अधिसूचित 291 मतदान केन्द्रों के स्थान पर अब कुल 300 मतदान केन्द्र पर मतदाता मतदान कर सकेंगे, कुल भवनों की संख्या 218 है । घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में वर्तमान में 251367 मतदाता हैं । मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम उपरांत मतदाताओं की संख्या बढ़ने की संभावना है ।
उपायुक्त- सह- जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि 01.07.2025 को अर्हता तिथि के आधार पर योग्य नागरिक अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज कराने हेतु प्रपत्र-6 में आवेदन कर सकते हैं । नाम संशोधन हेतु प्रपत्र-8 तथा स्थानांतरण/विलोपन हेतु प्रपत्र-7 में आवेदन किया जा सकता है । उन्होंने कहा कि सभी प्रकार के आवेदन ऑनलाइन https://voters.eci.gov.in या Voter Helpline App के माध्यम से भी किए जा सकते हैं। इसके अतिरिक्त संबंधित BLO/ERO/AERO के कार्यालय में भी आवेदन जमा किया जा सकता है ।
पटना में गरजे सीएम हेमंत सोरेन, बोले- अब चेतना होगा, वरना…
पटना : वोट अधिकार यात्रा के अंतिम दिन पटना में विपक्षी एकता का बड़ा मंच सजा, जहां झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने अपने आक्रामक अंदाज़ में भाजपा और निर्वाचन आयोग पर सीधा हमला बोला। सभा को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा… “2014 में कुछ चालाक और चतुर लोगों ने धन-बल से सत्ता हासिल कर ली। उसी दिन से पूरे देश को तबाह कर दिया गया। अब चेतना होगा, वरना फिर कभी मौका नहीं मिलेगा।”
भाजपा और चुनाव आयोग पर हमला
सीएम हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और निर्वाचन आयोग उसकी कठपुतली बन गया है। उन्होंने वोटर लिस्ट संशोधन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा… “वोटर रिविजन ठीक है, लेकिन ये ‘स्पेशल वोटर इंसेंटिव रिविजन’ क्या है? क्या यह लोकतंत्र से छेड़छाड़ नहीं?”
बिहार चुनाव को बताया “देश बचाने की जंग”
उन्होंने साफ कहा कि आने वाला बिहार चुनाव सिर्फ चुनाव नहीं बल्कि देश बचाने का संकल्प होगा। “यह लड़ाई सत्ता बदलने की नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र बचाने की है।”
जेल यात्रा का जिक्र
सभा के दौरान सोरेन ने अपनी जेल यात्रा का जिक्र करते हुए कहा… “मुझे भी कई दिनों तक जेल में बंद कर दिया गया। लोकसभा चुनाव भी जेल में रहते हुए लड़ना पड़ा। अगर बाहर होता तो नतीजे और बेहतर आते, जैसे विधानसभा चुनाव में आए थे।”
पलायन और आदिवासी एकजुटता पर जोर
हेमंत सोरेन ने आदिवासी और दलित समाज को एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “ये बहुत बड़े तीस मारखां नहीं हैं। जब आदिवासी-दलित समाज एकजुट होता है तो ये कहीं नहीं टिकते। हमने अपने राज्य में पलायन रोकने की दिशा में काम किया है, आधी आबादी को हमने पलायन से बचाया है। बिहार में भी हम यही करेंगे।”
अंतिम संदेश – न डरे, न डिगे
हेमंत सोरेन ने अपने भाषण का समापन करते हुए कहा कि “यह आवाज न डरने वाली है, न डिगने वाली। आपका सहयोग और आपकी ताकत ही देश की तकदीर लिखेगा।”
बता दें कि सीएम हेमंत सोरेन आज यानी सोमवार को सुबह पटना पहुंचे। यहां वे राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा में शमिल होने आये थे। एयरपोर्ट पर उनका भव्य तरीके से स्वागत किया गया। इसके बाद सीएम हेमंत सोरेन वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुए। एक खुली जीप में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ नजर आये सीएम हेमंत सोरेन।
फॉरेस्ट विभाग में नौकरी का बढ़िया मौका, 12वीं पास भी कर सकते हैं अप्लाई
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSMSSB) जल्द ही वनरक्षक और वनपाल के 742 पदों पर भर्ती की अधिसूचना जारी करने जा रहा है। इनमें 483 पद वनरक्षक विभाग और 259 पद वनपाल विभाग के होंगे। बोर्ड ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी है और बताया कि विस्तृत विज्ञापन जल्द ही आधिकारिक वेबसाइट rssb.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध होगा।
योग्यता
वनरक्षक (Forest Guard): 10वीं पास
वनपाल (Forester): 12वीं पास + CET (12वीं स्तर)
आयु सीमा
वनरक्षक: 18 से 24 वर्ष
वनपाल: 18 से 40 वर्ष
वेतनमान
वनरक्षक: पे मैट्रिक्स लेवल-4
वनपाल: पे मैट्रिक्स लेवल-8
आवेदन शुल्क
सामान्य वर्ग एवं क्रीमीलेयर ओबीसी/एमबीसी: ₹600
नॉन क्रीमलेयर ओबीसी/एमबीसी, EWS, SC, ST और दिव्यांगजन: ₹400
आवेदन प्रक्रिया
इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर Apply Online टैब से आवेदन कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन करने के बाद आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर शुल्क जमा करना होगा।
भर्ती से जुड़ी चयन प्रक्रिया और विस्तृत दिशा-निर्देश बोर्ड की ओर से अधिसूचना जारी होने के बाद उपलब्ध होंगे। अभ्यर्थियों को सलाह दी गई है कि वे अपडेट के लिए वेबसाइट पर नजर बनाए रखें।
भूकंप ने मचाई भयंकर तबाही, 800 की गई जान, 2500 से ज्यादा जख्मी
काबूल /न्यू दिल्ली : अफगानिस्तान में बीती रात भूकंप के तेज झटकों ने एक बार फिर तबाही मचा दी। पाकिस्तान सीमा के पास दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में आए इस भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 6.0 मापी गई, जबकि कुछ एजेंसियों ने इसे 6.3 बताया है। तेज झटकों के बाद लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 2500 से अधिक लोग घायल हैं। कई घर जमींदोज हो गए हैं और बचाव अभियान जारी है।
कहां आया भूकंप
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र नांगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर के पास, लगभग 8 किलोमीटर की गहराई में था। यह झटके रविवार रात 11:47 बजे (स्थानीय समयानुसार) महसूस किए गए। लगभग 20 मिनट बाद उसी इलाके में 4.5 तीव्रता का एक और भूकंप भी आया, जिसकी गहराई 10 किलोमीटर थी।
स्थानीय प्रशासन की जानकारी
नांगरहार सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता नकीबुल्लाह रहीमी ने बताया कि अब तक कई घायलों को इलाज के लिए स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। राहत और बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश कर रहे हैं।
भारत की संवेदनाएं और मदद का भरोसा
भूकंप की खबर मिलते ही भारत ने अफगानिस्तान को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने ‘एक्स’ (ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा… “अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में आया विनाशकारी भूकंप गहरी चिंता का विषय है। हम अफगान लोगों के साथ खड़े हैं और हरसंभव सहायता प्रदान करेंगे। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं, घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना।”
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट किया… “अफगानिस्तान में भूकंप के कारण हुई जान-माल की हानि से गहरा दुख है। हमारी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। भारत प्रभावित लोगों को हरसंभव मानवीय सहायता देने के लिए तैयार है।”
वैश्विक चिंता
अफगानिस्तान में बीते दो सालों से लगातार बड़े भूकंप आ रहे हैं, जिनमें हजारों लोगों की जान जा चुकी है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां और पड़ोसी देश राहत और पुनर्वास की तैयारियों में जुटे हैं।