विश्व साक्षरता दिवस के उपलक्ष्य में बारूबेड़ा गांव में दो दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन बिरसा मेमोरियल क्लब की ओर से किया गया। प्रतियोगिता में क्षेत्र की विभिन्न टीमों ने हिस्सा लिया और खेल भावना के साथ प्रतिस्पर्धा प्रस्तुत की।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में झामुमो केंद्रीय सदस्य कृष्णा बास्के उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर समाजसेवी कालीपद सोरेन, मुखिया सुर्यमनी मार्डी शामिल हुए। कार्यक्रम में पूर्व प्रखंड अध्यक्ष रामजीत उर्फ लालू हांसदा, जिला संगठन सचिव सोनाराम मुर्मू, कांग्रेस नेता डोमन महतो, सुधीर हांसदा, श्याम टुडू, घनश्याम महाकुड़, राघु मार्डी, रोही मुर्मू, रातु हांसदा, पोगरो मुर्मू, जयपाल मुर्मू, रामराय सोरेन सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि कृष्णा बास्के ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि हार से निराश होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “आज हार मिले तो कल जीत आपकी होगी। खेल में अनुशासन और मेहनत आपको आगे ले जाएगी। फुटबॉल केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि रोजगार और करियर की नई संभावनाएं भी प्रदान करता है। सरकार खिलाड़ियों के लिए योजनाएं चला रही है जिससे पेशेवर स्तर पर खेलते हुए रोजगार से भी जुड़ा जा सकता है।" उन्होंने युवाओं से अनुशासन बनाए रखने और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
विशिष्ट अतिथि कालीपद सोरेन ने कहा कि खेल जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने बताया कि खेल केवल जीत और हार का मामला नहीं, बल्कि धैर्य, परिश्रम, टीम भावना और संघर्ष से पीछे न हटने का संदेश देता है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि फुटबॉल जैसे खेल से नेतृत्व, ऊर्जा और एकता की भावना विकसित होती है और यही युवाओं को भविष्य में आगे बढ़ने की राह दिखाएगा।
प्रतियोगिता में कुल 48 टीमों ने भाग लिया। फाइनल मुकाबला येस एफसी जमशेदपुर और टुडू एफसी के बीच खेला गया, जिसमें येस एफसी जमशेदपुर की टीम ने 1-0 से जीत दर्ज की। टुडू एफसी उपविजेता रही।
इस आयोजन ने क्षेत्र के युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ अनुशासन और नेतृत्व की प्रेरणा भी दी। खेल के माध्यम से शिक्षा और रोजगार की दिशा में आगे बढ़ने का संदेश भी दिया गया।












































