सरायकेला : नहर मे छेद होने से बहता पानी घरों में घुसा ,ग्रामीणों देख गया विभाग पर नाराजगी ।
सरायकेला - खरसावां जिला के चांडिल डैम सुवर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना के तहत निर्मित चांडिल डैम जलाशय में जल भंडार करना साथ ही अनेकों योजना उपलब्ध कराया जाने की बाते सामने आए, डैम की शुरुआत से लेकर अबतक देख रखाव में लगभग 66 हजार हजार करोड़ रूपया लगभग खर्चा हुआ ।निर्मित डैम अबतक 40 बर्ष से ऊपर हो जाने के बाद एक भी कार्य पूरा नहीं किया गया ।इतने वर्ष के बाद भी डैम की मेंटेनेश के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च होता है।
डैम जलाशय से एक आने वाले मुख्य नहर जो पश्चिम बंगाल ओर उड़ीसा राज्य को पानी उपलब्ध कराए जाने वाले नहर चिलगु पंचायत अंतर्गत चाकुलिया स्थित गुरुवार को बड़ा लीकेज हो जाने से पानी बहाना लगा जिसे नहर के मिट्टी काट हो जाने से पानी की बहाव तेज रप्तार से बहने लगा ओर पानी चाकुलिया गांव में जहां पहले किसानों की खेती के लिए एक क्लवर्ट पुल बना था। बाद में टेंडर से उसके सामने एक और अंडरग्राउंड पुल का निर्माण कराया गया, लेकिन पुराने क्लवर्ट को मिट्टी से ढककर लीपापोती कर दी गई।
आज मुख्य कैनाल से पानी सीपेज होकर पुराने क्लवर्ट से बाहर निकल पड़ा। बहाव इतना तेज था कि नीचे नहा रही गांव की कुछ महिलाओं भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
अचानक पानी जाने से खेतों की आड़ी धंस गई और कई घरों में पानी घुस गया। चिलगु पंचायत के पूर्व मुखिया नर्सिंग सरदार ने आरोप लगाया कि जब दूसरा पुल बना था तभी पुराने क्लवर्ट को हटाना चाहिए था, लेकिन ठेकेदार और विभागीय मिलीभगत से काम को ढक दिया गया। देखा जाए तो इस घटना ने भ्रष्टाचार का भेद खोल दिया है।
पानी के दबाव से खेतों की शाखा कैनाल भी जगह-जगह धंसने लगी। विभागीय अधिकारियों ने मुख्य कैनाल का पानी बंद कर स्थिति नियंत्रण में करने का दावा किया है।