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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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शुक्रवार, 14 नवंबर 2025

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय उत्सव के साथ बाल दिवस और झारखंड स्थापना दिवस मनाया गया

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय (एनएसयू) ने बाल दिवस और झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक गतिविधियों और विशेष फिल्म प्रदर्शन सहित तीन दिवसीय जीवंत उत्सव मनाया। विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक आयोजन समिति और विभिन्न विभागों के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, रचनात्मकता और झारखंड के गठन आंदोलन की भावना को उजागर करना था।







समारोह का औपचारिक उद्घाटन कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि, कुलसचिव नागेंद्र सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोआइज अशरफ और अन्य प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों द्वारा किया गया। इस तीन दिवसीय उत्सव कार्यक्रम के दौरान, विद्यार्थियों ने बच्चों के कल्याण, शिक्षा और झारखंड की सांस्कृतिक विरासत से संबंधित विषयों पर केंद्रित वाद-विवाद, निबंध लेखन, प्रश्नोत्तरी और चित्रकला सहित कई प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

समारोह का एक विशेष आकर्षण बाल-संबंधी मुद्दों पर दो लघु फ़िल्मों और झारखंड निर्माण आंदोलन पर एक वृत्तचित्र लघु फ़िल्म का प्रदर्शन था। सभी फ़िल्मों की संकल्पना, फ़िल्मांकन और संपादन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विद्यार्थियों द्वारा किया गया है, जो दृश्य कथावाचन में उनकी उभरती प्रतिभा को प्रदर्शित करते हैं।

कार्यक्रम के अंतिम दिन आज समापन सह पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पुरस्कार वितरण समरोह में अपने उद्बोधन भाषण के दौरान, कुलपति प्रो. डॉ. प्रभात कुमार पाणि ने कहा *बाल दिवस एक ऐसे वातावरण के निर्माण के लिए हमारी प्रतिबद्धता की याद दिलाता है जहाँ हर बच्चा बिना किसी बाधा के सपने देख सके, सीख सके और आगे बढ़ सके। इस अवसर को झारखंड स्थापना दिवस के साथ जोड़ना और भी सार्थक हो जाता है, क्योंकि हम अपने राज्य की पहचान, संस्कृति और आकांक्षाओं का जश्न मनाते हैं। मुझे गर्व है कि हमारे विद्यार्थियों ने ऐसे महत्वपूर्ण विषयों को व्यक्त करने के लिए फिल्म और कला जैसे रचनात्मक माध्यमों का उपयोग किया है। उनकी भागीदारी झारखंड और राष्ट्र दोनों के उज्ज्वल भविष्य को दर्शाती है।

इस अवसर पर कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने कहा *यह उत्सव केवल प्रतियोगिताओं के बारे में नहीं है, बल्कि मूल्यों - ज़िम्मेदारी, जागरूकता और रचनात्मकता के बारे में भी है। झारखंड के गठन का सम्मान करते हुए, हम उन बच्चों का भी सम्मान करते हैं जो इसके भविष्य को आकार देंगे। हमारे विद्यार्थियों द्वारा दिखाया गया उत्साह सीखने और समुदाय निर्माण की उस सच्ची भावना को दर्शाता है जिसका एनएसयू प्रतीक है।

समारोह में शामिल संकाय सदस्यों ने की फिल्म प्रदर्शन की विशेष सराहना: संकाय और उपस्थित लोगों ने बाल सुरक्षा, शिक्षा असमानता और झारखंड राज्य आंदोलन के दौरान किए गए बलिदान जैसे संवेदनशील मुद्दों को संबोधित करने के लिए विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई फिल्मों की प्रशंसा की। ये प्रदर्शनियाँ शैक्षिक उपकरण और विद्यार्थियों के दृष्टिकोण की रचनात्मक अभिव्यक्ति दोनों के रूप में कार्य करती है।

तीन दिवसीय समारोह का समापन विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार वितरण और आयोजन समिति द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों किया प्रतिभा को प्रोत्साहित करने, सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देने और भविष्य के लिए ज़िम्मेदार नागरिकों का पोषण करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।समारोह में विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य और बड़ी मात्रा में विद्यार्थी उपस्थित रहे।




बिहार में NDA की वापसी का सबसे बड़ा फैक्टर बनी महिलाओं का वोट

पटना: बिहार चुनाव परिणाम में एक बार फिर से नीतीश कुमार…इसके पीछे महिलाओं का जबरदस्त वोट और जीविका दीदी के खाते में भेजा गया 10 हजार रुपया रहा..साथ ही बुजुर्गों के पेंशन में वृद्धि…इस बार पीके का प्रदर्शन भी निष्प्रभावी रहा..



चुनाव आयोग के अंतिम आंकड़ों के अनुसार बिहार में कुल महिला मतदाता (वोटर) की संख्या लगभग 3.50 करोड़ है. यह आंकड़ा चुनाव आयोग द्वारा अक्टूबर 2025 में घोषित मतदाता सूची पर आधारित है, जिसमें कुल मतदाताओं की संख्या करीब 7.43 करोड़ थी. इनमें पुरुष 3.92 करोड़, महिलाएं 3.50 करोड़ और थर्ड जेंडर 1,725 हैं. बिहार विधानसभा चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में हुए. चुनाव में महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.6 प्रतिशत रहा, जो पुरुषों 62.8 प्रतिशत से अधिक है. इस आधार पर महिलाओं के कुल पड़े वोट लगभग 2.51 करोड़ होते हैं. महिलाओं के मुकाबले पुरुषों के इस बार 2.97 करोड़ वोट पड़े हैं. महिलाओं से यह संख्या 46 लाख अधिक होती है.

क्या महिलाओं के खाते में भेजे गए 10 हजार रुपए का असर 1.21 करोड़ जीविका दीदियों पर नहीं पड़ा होगा? क्या 1.11 करोड़ मुफ्त बिजली जलाने वाले जाति-धर्म का विवेक छोड़ नीतीश को वोट नहीं किए होंगे? बेटे-बहू के भय से खैनी-बीड़ी के लिए 5 रुपए मांगने में संकोच करने वाले 1.90 करोड़ लोग भूल पाएंगे कि अब उनकी पेंशन तिगुनी हो गई है? ऐसे क्षेत्र 2-4 हों तो सूची सटीक बन सकती है. पर, ये आंकड़े तो मोटा-मोटी कामों के हैं. सड़कों के जाल से नीतीश ने जिलों से राजधानी पटना की पहुंच 5 घंटे की करा दी है. गांवों की पगडंडियां भी नीतीश ने पक्की बनवा दी हैं. बेटियों के नाम पर बिदकने वाले अगर आज बेटियों का सम्मान करने लगे हैं तो इसके पीछे सिर्फ एक आदमी का विजन है. और, वे हैं नीतीश कुमार। क्या लोग नीतीश के ऐसे कामों को मामूली मानते होंगे. संभव है कि उन्हें नीतीश के बुढ़ापे और बीमारी की विपक्ष की ओर से फैलाईं गईं खबरों ने थोड़ा सोचने पर मजबूर किया होगा, लेकिन उन्होंने यह भी सोचा हो कि जो फैसले नीतीश की सरकार ले रही है, वे तो जनहित में ही है. फिर वे ही ठीक हैं. क्यों नए को आजमाने की जहमत उठाई जाए.

बिहार इलेक्शन रिजल्ट 2025 LIVE: क्या बिहार में डबल सेंचुरी मारेगा NDA? रुझानों में 190 के पार हुईं सीटें

बिहार चुनाव में सबसे बड़ा उलटफेर लालू के दोनों लाल अपनी अपनी सीटों से पीछे चल रहे है। तेजस्वी यादव राघोपुर में 3016 वोट से पिछड़े, वही तेज प्रताप यादव महुआ सीट से 13501 वोटों से पीछे चल रहे है।*

जमशेदपुर

*45-घाटशिला (अ.ज.जा) विधानसभा उपचुनाव*

*मतगणना- राउंड 04*

 1. बाबूलाल सोरेन, भाजपा-12612

2. सोमेश चंद्र सोरेन, झामुमो- 20026

3. रामदास मुर्मू - जेएलकेएम- 5481

Jmm - 7414 भोट से आगे।




राॅंची: मोकामा से अनंत सिंह 11055 वोटो से आगे

राॅंची के धुर्वा स्थित जेएससीए (झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन) स्टेडियम में आगामी 30 नवंबर को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे मैच होने वाला है। इसके लिए टिकट की दरें तय कर दी गई हैं। टिकट की कीमत 1200 से शुरू है। जबकि सबकी महंगी टिकट 12000 की 

तारापुर से भाजपा नेता उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पीछे चल रहे हैं।

भाजपा के मैथिली ठाकुर अपने विधानसभा क्षेत्र से पीछे चल रहे हैं

महुआ में बड़ा उलटफेर, तेजप्रताप यादव हुए पीछे



महुआ विधानसभा सीट पर तीसरे राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है. महुआ से एलजेपी के संजय सिंह आगे चल रहे हैं. संजय सिंह को 10301 वोट मिले हैं. जेजेडी के तेज प्रताप यादव को 1500 वोट मिले हैं. आरजेडी के मुकेश रौशन को 6781 वोट मिले हैं. राजापाकड़ विधानसभा सीट पर तीसरे राउंड में जेडीयू के महेंद्र राम आगे चल रहे हैं. महेंद्र राम को 11321 वोट मिले हैं. सीपीआई के मोहित पासवान को 2697 वोट और कांग्रेस की प्रतिमा दास को 3266 वोट मिले हैं.

लोवाडीह में फ्लाईओवर मार्ग के किनारे मिली दवाओं की बड़ी खेप, एक्सपायरी डेट भी मिली दर्ज

राँची: नामकुम। लोवाडीह दुर्गा सोरेन चौक से फ्लाईओवर जानेवाले रास्ते के बगल में गुरुवार की सुबह दवा की पूरी खेप फेंकी हुई मिली। दवा और इंजेक्शन के हजारों डब्बों को इस तरह फेंका गया है, जैसे कूड़ा हो। सभी डिब्बों में कैप्सूल, इंजेक्शन, सिरप एवं टैबलेट हैं। दवा के कई डिब्बों पर अंकित तिथि एक्सपायर हो चुकी है। तो सैकड़ों डिब्बे ऐसे भी हैं, जिसमें तीन से पांच माह बाद एक्सपायरी की तिथि लिखी हुई है। दवा की खेप कहां से आई और यहां क्यों फेंकी गई, यह बताने वाला कोई नहीं है। सुबह में जब लोगों की नजर दवा पर पड़ी तो चौंक गए।



रुझान देखने के बाद जदयू कार्यालय के बाहर जश्न

अब तक के रुझानों को देखकर सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जश्न मनाने लगी है। जदयू नेता और कार्यकर्ता मिठाई बांटने लगे हैं। पटाखे फोड़े जा रहे हैं। जदयू नेताओं ने कहा कि 10वीं बार नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता सब खेल समझ चुकी है। नीतीश कुमार को जनता ने फिर से अपना आशीर्वाद दिया है।



अलीनगर: मैथिली ठाकुर 4000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रही- मैथिली ठाकुर

24वें राउंड की मतगणना के बाद , बीजेपी नेता मैथिली ठाकुर अलीनगर सीट से 4000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रही हैं। चुनाव से पहले, उन्होंने कहा था कि अगर वह इस सीट से जीतीं, तो वह इस क्षेत्र का नाम बदलने की मांग करेंगी। उन्होंने कहा था कि इस क्षेत्र का नाम बदलकर देवी सीता के नाम पर ‘जानकी नगर’ या ‘मिथिला नगर’ रखा जाएगा।



बिहार: बौराहा नीतीश की दीवानी हुई बिहार की जनता, रिकॉर्ड जीत के साथ फिर बनेंगे मुख्यमंत्री

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों का इंतज़ार अब ज़्यादा देर नहीं करना होगा. रुझानों में एनडीए गठबंधन एक बार फिर स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ता दिख रहा है. बिहार की राजनीति में एक बार फिर बड़ा बदलाव देखने को मिला है. राज्य की जनता ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर भरोसा जताते हुए उन्हें रिकॉर्ड जनादेश देने का संकेत दिया है. अभी तक के रुझानों के अनुसार उनकी पार्टी और गठबंधन को उम्मीद से कहीं अधिक सीटें मिलती दिख रही हैं, जिससे यह लगभग तय माना जा रहा है कि नितीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने जा रहे हैं. 



चुनावी विश्लेषकों के मुताबिक इस बार का जनादेश कई मायनों में खास है. बिहार के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक नितीश कुमार के नाम पर मतदान हुआ है. उनके विकास कार्यों, सामाजिक योजनाओं और सुशासन मॉडल ने मतदाताओं को एक बार फिर प्रभावित किया है.

मतदाताओं का क्या कहना है?

मतदान केंद्रों पर लोगों से बातचीत के दौरान जनता में साफ तौर पर नितीश कुमार को लेकर एक पॉजिटिव माहौल दिखाई दिया . बड़े पैमाने पर युवाओं और महिलाओं ने कहा कि राज्य में स्थिरता और विकास की जरूरत है, और इसके लिए उन्हें नितीश कुमार ही सबसे भरोसेमंद चेहरा लगते हैं.

अब आगे क्या?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि अंतिम परिणाम भी ऐसे ही आते हैं, तो नितीश कुमार एक बार फिर ऐतिहासिक वापसी करेंगे और बिहार को नई दिशा देने का दावा लेकर अपने अगले कार्यकाल की शुरुआत करेंगे.

रुझानों ने यह लगभग स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या इस बार भी नीतीश कुमार ही राज्य के मुख्यमंत्री बनेंगे?

क्या नीतीश कुमार फिर संभालेंगे कमान?

नीतीश कुमार चुनावी राजनीति का एक अनोखा चेहरा रहे हैं. दिलचस्प बात यह है कि वह पिछले कई विधानसभा चुनावों से खुद मैदान में नहीं उतरते. यह परंपरा नई नहीं है. नीतीश 1995 के बाद से कोई भी विधानसभा चुनाव सीधे नहीं लड़ रहे हैं. मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उन्होंने हमेशा विधान परिषद (MLC) का रास्ता चुना है. वर्तमान में भी नीतीश कुमार पटना सीट से विधान परिषद सदस्य हैं और उनकी सदस्यता मई 2030 तक है. इसका अर्थ यह है कि यदि वह इस बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हैं, तो बिना विधायक बने भी वह अपने पूरे कार्यकाल तक मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं.

गठबंधन में जश्न का माहौल

नतीजों के रुझान सामने आते ही गठबंधन कार्यालयों में जश्न का माहौल बन गया है. समर्थक ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाते नजर आए, जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे बिहार की जनता का आशीर्वाद बताया है.

नीतीश कुमार के चुनावी सफर पर एक नज़र

1985: पहली बार विधानसभा चुनाव जीतकर बिहार विधानसभा पहुंचे

1977, 1980 और 1985 में लगातार तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ा

1995 में हरनोत से मैदान में उतरे लेकिन हार गए

इसके बाद राष्ट्रीय राजनीति की ओर रुख किया

1989, 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 — लगातार छह बार लोकसभा सांसद बने

2000: पहली बार मुख्यमंत्री बने, लेकिन किसी सदन के सदस्य न होने के कारण आठ दिन बाद इस्तीफा

2005: बिना विधानसभा चुनाव लड़े दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

तब से लगातार विधान परिषद से चुनकर ही मुख्यमंत्री बने हैं

पिछले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.ले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.ले वर्ष वे एक बार फिर विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए थे, और उनकी सदस्यता 2030 तक वैध है.

जमशेदपुर: सोमेश सोरेन की बढ़त बरकरार, 10वें राउंड में 20,807 वोट से अपने प्रतिद्वंदी से चल रहे आगे

जमशेदपुर : 10वें राउंड की मतगणना पूरी हो चुकी है. झामुमो प्रत्याशी सोमेश सोरेन को कुल 53096 वोट मिले हैं और वे 20,807 वोटों से आगे चल रहे हैं. इसी तरह से बाबूलाल सोरेन दूसरे नंबर चल रहे हैं. बाबूलाल को अबतक 32289 वोट मिले हैं. झामुमो प्रत्याशी के बढ़त का श्रेय झामुमो समर्थक रामदास सोरेन को दे रहे हैं. उनका कहना है कि उनकी पहचान का ही सोमेश सोरेन को लाभ मिला है. इसके लिए सीएम हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन का भी आभार व्यक्त कर रहे हैं.



जानिए 10वें राउंड का आंकड़ा

1:56

87%

जानिए 10वें राउंड का आंकड़ा

1. बाबूलाल सोरेन, भाजपा- 32289

2. सोमेश चंद्र सोरेन, झामुमो- 53096

3. पंचानन सोरेन, भारत आदिवासी पार्टी (BAP) - 514

4. पार्वती हांसदा, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) -195

5. रामदास मुर्मू, जेएलकेएम - 7811

6. नारायण सिंह, निर्दलीय प्रत्याशी - 114

7. परमेश्वर टुडू, निर्दलीय - 85

8. बसंत कुमार तोपनो, निर्दलीय - 73

9. मनसा राम हांसदा, निर्दलीय प्रत्याशी- 666

10. मनोज कुमार सिंह, निर्दलीय - 207

11. रामकृष्ण कांति माहली, निर्दलीय - 147

12. विकास हेम्ब्रम, निर्दलीय - 490

13. डॉ. श्रीलाल किस्कू, निर्दलीय - 787

14. ΝΟΤΑ-1422

बिहार चुनाव 2025: शुरुआती रुझानों पर बोले वित्त मंत्री ओपी चौधरी — “एनडीए की बढ़त नहीं, यह सुनामी है”

बिहार चुनाव 2025 के शुरुआती रुझानों में एनडीए गठबंधन की बढ़त पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होने कहा कि यह सिर्फ एनडीए की बढ़त ही नहीं आंधी और सुनामी भी है. बिहार की जनता ने एनडीए को आशीर्वाद दिया. एनडीए विकसित भारत की नींव डाल रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भी समझ रही हैं कि भाजपा और उनके सहयोगियों की सरकार बेहतर हैं. भाजपा और एनडीए को आशीर्वाद मिल रहा है. वहां सुशासन स्थापित किया जा रहा है. कांग्रेस के वोट चोरी वाले अभियान को लेकर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कांग्रेस डूबती नांव हैं. महागठबंधन को जनता ने महठगबंधन करार दिया है. उनकी पार्टी के लोग अपनी जान बचाने इधर उधर भाग रहे हैं. इन्हें देश की जनता सबक सिखा रही है. जनता के बीच ये लोग नकारात्मक एजेंडा लेकर जाते हैं, अनर्गल आरोप लगाते हैं, जिसका जवाब जनता दे रही हैं.



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