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मंगलवार, 1 जुलाई 2025

अमेरिका की सेना ने पहली बार युद्ध स्तर पर तैनात किया लेज़र हथियार!

 

27 जून, 2025 को अमेरिकी सेना ने ओक्लाहोमा स्थित फोर्ट सिल में एक ऐतिहासिक अभ्यास के जरिए अपने आधुनिक लेज़र हथियारों को पहली बार वास्तविक सैन्य अभ्यास में उतारा. यह प्रदर्शन 4th बटालियन, 60th एयर डिफेंस आर्टिलरी रेजिमेंट और यू.एस. आर्मी रैपिड कैपेबिलिटीज एंड क्रिटिकल टेक्नोलॉजी ऑफिस (RCCTO) के संयुक्त प्रयास से किया गया.इस अभ्यास के दौरान DE M-SHORAD (Directed Energy Maneuver Short-Range Air Defense) सिस्टम को Stryker A1 8x8 आर्मर्ड व्हीकल पर तैनात किया गया और इससे Group 1 से 3 श्रेणी के ड्रोन झुंडों को लक्ष्य बनाकर सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया गया.

लेज़र और पारंपरिक हथियारों का संयुक्त कवच

इस परीक्षण ने यह दर्शाया कि किस तरह लेज़र आधारित डायरेक्ट एनर्जी सिस्टम पारंपरिक शॉर्ट-रेंज एयर डिफेंस प्लेटफॉर्म्स के साथ मिलकर लेयर आधारित रक्षा प्रणाली बना सकते हैं. इससे खासकर उन छोटे ड्रोन हमलों से बचाव संभव हो सकेगा जो पारंपरिक सिस्टम को चकमा देकर नुकसान पहुँचा सकते हैं. यह अभ्यास FY26 एंड्योरिंग हाई एनर्जी लेज़र (E-HEL) प्रोग्राम की दिशा में एक मजबूत कदम है जो अमेरिकी सेना का पहला रिकॉर्डेड डायरेक्ट एनर्जी सिस्टम बनने की ओर अग्रसर है.

जमीन पर सैनिकों के साथ रीयल टाइम रणनीति का परीक्षण

इस लाइव फायर ड्रिल का मकसद केवल तकनीक का परीक्षण नहीं था बल्कि इसमें सैनिकों ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में तुरंत निर्णय लेना, टारगेट अलग करना और एनर्जी तथा काइनेटिक सिस्टम दोनों को इस्तेमाल करने की रणनीति सीखी. इससे यह भी साबित हुआ कि ये लेज़र सिस्टम अब केवल प्रोटोटाइप नहीं रहे, बल्कि युद्धक्षेत्र में तैनाती के लिए पूरी तरह तैयार हैं.

DE M-SHORAD “Guardian”

इस सिस्टम को "Guardian" नाम दिया गया है जिसमें 50-किलोवॉट हाई-एनर्जी लेज़र Raytheon Technologies द्वारा विकसित किया गया है. इसमें बीम डायरेक्टर, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/IR टारगेटिंग सिस्टम और Ku720 मल्टी-मिशन रडार लगा है. Kord Technologies इस पूरे सिस्टम की पावर और कूलिंग का प्रबंधन करता है.









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