खरसावां ः उत्क्रमित उच्च विद्यालय बुरुडीह में शुक्रवार को भारत रत्न से सम्मानित सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इस दौरान बच्चों के बीच क्विज, भाषण, निबंध व चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
लौह पुरुष पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का काम किये।ः प्रदीप महतो
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन सह लौह पुरुष के तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर किया।
जिसमें विद्यालय के प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र महतो, पीएनबी बुरुडीह के शाखा प्रबंधक दीलीप कुमार मुंडा,शिक्षको एवं बाल संसद के सदस्यों ने प्रथम गृह मंत्री के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। इसी बीच पीएनबी बुरूडीह के सौजन्य से सतत जागरूकता अभियान के तहत विद्यार्थियों को शपथ दिलाई गई। इस दौरान प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र महतो ने सरदार पटेल के जीवन पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए कहा की उनकी इच्छा शक्ति, शौर्य और आत्मविश्वास के कारण ही उन्हें लोह पुरुष के रूप में जाना जाता है।
साथ ही शिक्षक प्रशांत कुमार प्रधान ने भारत रत्न प्राप्त पटेल जी के जीवन कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर विस्तार पूर्वक विद्यार्थियों को बताते हुए कहा कि, देश की अखंडता को बनाए रखने का काम सरदार पटेल ने किया। उन्होंने 562 देशी रियासतों को भारत में विलय करने का कार्य किया।
इस अवसर पर शिक्षक प्रदीप कुमार महतो ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का काम किया। भारत विविधताओं का देश है। यहां के लोगों की अपनी अलग-अलग भाषाओं, संस्कृतियों, अपने अलग-अलग विचारों के बावजूद सबों को एक साथ लाने का कार्य सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया। ताकि वे एक राष्ट्र के रूप में पहचान बना सके।
इस इस दौरान *क्विज प्रतियोगिता* में प्रथम आए-समीर महतो, द्वितीय- शांति हेंब्रम, तृतीय-संगीता प्रमाणिक। *भाषण प्रतियोगिता* में प्रथम-शांति हेंब्रम, द्वितीय-रितिका महतो,तृतीय- समीर महतो। *निबंध प्रतियोगिता* में प्रथम- शांति हेंब्रम, द्वितीय-अनीता नायक, तृतीय- साक्षी महतो। *चित्रांकन प्रतियोगिता* में प्रथम- शिवम महाली, द्वितीय- शिवम कुमार सोय, तृतीय- आदित्य पांडेया को पुरस्कृत कर सभी प्रतिभागियों का हौसला अफजाई किया गया। मौके पर विद्यालय के शिक्षक धर्मेंद्र महतो, प्रशांत कुमार प्रधान, प्रदीप कुमार महतो, अनीशा लकड़ा, लक्ष्मण साहू, लवली कुमारी, स्वागता सिंह, संध्या प्रधान, मौसमी दास, ब्रजकिशोर कुमार बेदिया, मनोज पांडे युधिष्ठिर पान एवं सैकड़ो बच्चे मौजूद थे।
 



 
 
 






 
 संदेश
संदेश
 
 
 
 
 
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें