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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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शुक्रवार, 21 नवंबर 2025

दिल्ली: कोकून से करघे तक… IITF में झारखंड की महिलाएं बदल रही तसर की कहानी

दिल्ली: भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 में जब लोग झारखंड पवेलियन के भीतर कदम रखते हैं, तो उन्हें सबसे पहले करघे की हल्की थरथराहट सुनाई देती है। कोने में बैठी तसर कारीगर तम्सुम अपने हाथों से धागों को संभालते हुए जैसे हर सूत में अपनी जीवन कहानी बुन देती है। पास ही उबलते पानी की भाप के बीच एक और महिला कोकून से रेशम निकालती है, और उस चमक में उनके घरों की रोशनी साफ दिखती है। यही है झारखंड पवेलियन की असली पहचान, तसर की असली चमक, जो इन महिलाओं के हाथों से निकलकर पूरे देश तक पहुंचती है।



गांवों से दिल्ली तक… एक लंबा सफर

झारखंड को आज देश की तसर राजधानी कहा जाता है। 2001 में जहां 90 मीट्रिक टन कच्चा रेशम बनता था, वहीं आज यह आंकड़ा 1363 मीट्रिक टन तक पहुंच चुका है। इस सफर के केंद्र में हैं वे महिलाएं, जिनके हाथों में अभाव के बीच भी सीखने और आगे बढ़ने की जिद रही। राज्य में आज 100 कोकून संरक्षण केंद्र और 40 परियोजना केंद्र काम कर रहे हैं। इन केंद्रों में सुबह-सुबह काम पर पहुंचने वाली महिलाएं सिर्फ धागा नहीं काततीं, बल्कि उस धागे में अपनी रोजमर्रा की लड़ाइयों, अपने परिवार की जरूरतों और अपने बच्चों की पढ़ाई का सपना भी पिरोती हैं।

“इस धागे में हमारी मेहनत भी है और हमारी उम्मीद भी”

पवेलियन में मौजूद एक कारीगर कहती है, “पहले हमें नहीं पता था कि तसर का धागा इतनी दूर तक भी जा सकता है। अब लगता है हम भी कुछ बड़ा कर रहे हैं। इस धागे में हमारी मेहनत भी है और हमारी उम्मीद भी।” झारखंड में तसर उत्पादन के लगभग 50 से 60 प्रतिशत कामकाज की कमान महिलाएं संभालती हैं। यार्न उत्पादन तो पूरी तरह उनके हाथों में है। उनके लिए यह काम सिर्फ रोजगार नहीं, बल्कि सम्मान और आत्मनिर्भरता देने वाला सहारा है।

CFC केंद्रों ने बदली तस्वीर

झारक्राफ्ट, JSLPS और रेशम निदेशालय की मदद से राज्य भर में कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC) चल रहे हैं। यहां 30 से 60 महिलाएं एक साथ बैठकर धागा निकालने, रंगाई, बुनाई और डिजाइन सीखने का काम करती हैं। इन केंद्रों ने न सिर्फ उन्हें हुनर दिया बल्कि घर से बाहर निकलकर टीम में काम करने का आत्मविश्वास भी दिया।

एक महिला बुनकर बताती है, “पहले हम घर से बाहर नहीं जाते थे। आज हम खुद कपड़े बनाते हैं, बेचते हैं और ट्रेनिंग भी देते हैं। बच्चे कहते हैं… मां, आप तो दिल्ली भी जा आईं।”

पवेलियन में तसर के पीछे छिपी दुनिया दिखाई देती है

झारखंड पवेलियन में हो रही लाइव डेमो लोगों का सबसे बड़ा आकर्षण है। पानी में डूबते कोकून, उनसे निकलते महीन धागे, और फिर उन्हीं धागों से करघे पर बनी मुलायम कपड़े की पट्टी, यह पूरी प्रक्रिया दर्शकों को बताती है कि तसर सिर्फ एक उत्पाद नहीं, बल्कि मेहनत, हुनर और परंपरा का मेल है। लोग तम्सुम से पूछते हैं कि यह काम कितना मुश्किल है। वह मुस्कुराकर कहती है, “मुश्किल तो है, पर इसी ने हमें आगे बढ़ाया है। इसी ने हमें पहचान दी है।”

हस्तशिल्प की खुशबू और गांव की मिट्टी साथ आई

पवेलियन में झारक्राफ्ट द्वारा पेश किए गए तसर आधारित वस्त्र और ग्रामीण हस्तशिल्प लोगों को रोक लेते हैं। हर साड़ी, दुपट्टा और स्टोल में कहीं न कहीं झारखंड के जंगलों और गांवों की छाप मिलती है। यह सिर्फ बिक्री का स्थान नहीं, बल्कि हजारों कारीगरों की मेहनत और उनकी आर्थिक आजादी का मंच भी है।

एक छत के नीचे झारखंड की कहानी

IITF 2025 में झारखंड पवेलियन सिर्फ उत्पाद नहीं दिखा रहा। यह बताता है कि कैसे तसर ने महिलाओं के जीवन बदले, कैसे गांवों में नई अर्थव्यवस्था खड़ी हुई, और कैसे एक राज्य ने अपनी परंपरा को आधुनिक बाजार से जोड़कर नया रास्ता बनाया। जब पवेलियन से बाहर निकलते हैं, तो तसर की चमक आपकी आंखों में बस जाती है। और यह महसूस होता है कि इस चमक में सिर्फ रेशम की सुंदरता नहीं, बल्कि उन हाथों का उजाला भी है, जिन्होंने इसे संभव बनाया।

कांड्रा में दर्दनाक हादसा: हाइवा की चपेट में आया प्लांट कर्मचारी, 30 फीट तक घसीटा गया

कांड्रा : सरायकेला जिले के कांड्रा थाना क्षेत्र स्थित अमलगम कंपनी मार्ग पर शुक्रवार सुबह दर्दनाक हादसा घटित हुई। अमलगम स्टील प्लांट में कार्यरत कर्मचारी सुभाष प्रमाणिक ड्यूटी पर जा रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार हाइवा ने मोड़ पर उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि सुभाष अपनी मोटरसाइकिल समेत हाइवा के नीचे जा घुसे और करीब 30 फीट तक घसीटे जाते रहे।लगभग 45 मिनट तक हाइवा के नीचे दबे रहने के बाद ग्रामीणों के गुस्से और दबाव पर प्लांट प्रबंधन ने एक लोडर भेजा, जिसके सहारे सुभाष को बाहर निकाला गया। 





गंभीर रूप से घायल सुभाष को तत्काल इलाज के लिए जेआरडीसीएल के एम्बुलेंस से जमशेदपुर के अस्पताल भेजा गया, जहां उनका उपचार जारी है।हादसे के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर जुट गए और अमलगम स्टील प्लांट प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तीखा विरोध जताया। ग्रामीणों ने कहा कि संकरी सड़क और अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था के कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे बड़े आंदोलन की राह पर जाएंगे।













सरायकेला के जगन्नाथपुर में श्रीकृष्ण मन्दिर निर्माण हेतु भूमि पूजन 27 को, तैयारी जोरों पर*

सरायकेला प्रखंड अंतर्गत मुरुप पंचायत के जगन्नाथपुर गांव में  स्थित रांगांटांड मैदान पर  श्रीकृष्ण मन्दिर निर्माण हेतु भूमि पूजन समारोह की तैयारी जोरों पर है। 

ज्ञात हो कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर यहाँ  भव्य रूप से पूजा व मेला का संचालन होती है।  पूजा व मेला का संचालन विगत 19 वर्ष पहले सन 2007 को शुभारंभ किया गया था, तब से लेकर आज तक यहां पर सात दिवसीय  दिवारात्रि  मेला काफी भव्यता के साथ मनाया जाता है। जिसमें सभी वर्ग के लोगों का अपार स्नेह मिलता है। इस मेला व पूजा पर सभी जाति, सभी धर्म एवं सभी संप्रदाय के लोगों का जमावड़ा देखने का मिलता है। लोगों के अपार श्रद्धा व आस्था के फल स्वरुप इस वर्ष आगामी 27 नवंबर 2025 दिन गुरुवार को इस पावन धरा पर एक भव्य श्री कृष्ण मंदिर की भूमि पूजन समारोह का आयोजन किया जा रहा है। 

पूजा समिति के अध्यक्ष नागेश्वर प्रधान ने बताया कि 27 नवंबर 2025 को सुबह 10:30 बजे भव्यता के साथ भूमि पूजन समारोह का आयोजन तय  है। उन्होंने लोगों से अपील भी किया है कि आप सपरिवार शामिल होकर भूमि पूजन समारोह को सफल बनाएंगे।

*श्रीकृष्ण मन्दिर निर्माण हेतु भूमि पूजन को लेकर आयोजन समिति चला रही है जनसंपर्क अभियान*

कार्यक्रम को सफल करने के लिए पूजा समिति के अध्यक्ष नागेश्वर प्रधान , सचिव हेमसागर प्रधान , कोषाध्यक्ष जगन्नाथ प्रधान ,कृष्णा कुमार प्रधान,विष्णु प्रधान,उमाकांत प्रधान, देवदत्त प्रधान एवं तमाम समिति के लोगों ने कार्यक्रम को लेकर जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। साथ ही साथ अनुष्ठान को सफल करने के लिए तैयारी जोरों पर कर रहे हैं । जिसमें क्षेत्र के सभी प्रबुद्ध नागरिकों व समाजसेवियों को निमंत्रण पत्र देकर आमंत्रित कर रहे हैं । क्षेत्र के सांसद, विधायक, मुखिया एवं आसपास के लोगों को आमंत्रण पत्र देकर कार्यक्रम में शामिल होने का आह्वान भी करते हुए देखे जा रहे हैं ।उन्होंने अपील किया है कि भगवान श्री कृष्ण जी के पावन मंदिर निर्माण में साक्षी अवश्य बने।

पोटका विधानसभा से आज जो तस्वीरें सामने आई हैं… वो किसी उत्सव से कम नहीं। यह कोई शादी-ब्याह का माहौल नहीं… यह इंतज़ार है अपने विधायक का।

टांगरसाई गांव में चौपाल जैसी भीड़, चेहरे पर उम्मीद की चमक, और आँखों में बरसों पुरानी मांगें पूरी होने की आस… क्योंकि आज यहां पीसीसी सड़क का शिलान्यास होना है। लोग दूर-दूर से आए, सड़क किनारे घंटों बैठकर बस एक ही पल का इंतज़ार कर रहे थे विधायक संजीव सरदार के आगमन का।

 




और जैसे ही विधायक पहुंचे… गांव में खुशी की लहर दौड़ गई। लोगों ने अपनी तकलीफ़ें सुनाईं, अपनी उम्मीदें बताईं और विधायक ने भी दिल खोलकर हर संभव मदद का भरोसा दिया।

सबसे खास बात यह कि रात के अंधेरे ने भी उनके कदमों को नहीं रोका। शिलान्यास के कार्यक्रमों का ताता चलता रहा एक गांव से दूसरे गांव, एक गली से दूसरी गली… विधायक की गाड़ियों का काफ़िला लगातार लोगों की सेवा में दौड़ता रहा।

टांगरसाई की यह भीड़ सिर्फ़ भीड़ नहीं… यह विश्वास है। यह भरोसा है। और यह वह रिश्ता है जो जनता और जनप्रतिनिधि को एक नई उम्मीद के साथ जोड़ता है।

झारखंड: स्टेट फुटबॉल चैंपियनशिप: 23 नवंबर को अर्जुना स्टेडियम में सरायकेला-खरसावां बनाम जमशेदपुर का क्वार्टर फाइनल

झारखंड फुटबॉल एसोसिएशन द्वारा आयोजित 19 में सीनियर स्टेट फुटबॉल चैंपियनशिप का क्वार्टर फाइनल मैच सरायकेला खरसावां बनाम जमशेदपुर के मध्य 23 नवंबर को खरसावां के अर्जुना स्टेडियम में खेला जाएगा। दोपहर 1 बजे आयोजित इस मैच के सफल आयोजन के लिए जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन की तैयारी शुरू कर दी है। बता दें कि राज्य स्तरीय इंटर डिस्ट्रिक्ट फुटबॉल चैंपियनशिप के लिए झारखंड राज्य को चार ग्रुप में बांटा गया था जिनमें खरसावां में सरायकेला खरसावां जिले की टीम ग्रुप चैंपियन बनी थी। खरसावां में खेलने वाली अन्य टीमों में खूंटी, चाईबासा, घाटशिला एवं सेरसा की टीम शामिल थी। 



अब झारखंड के अन्य जिलों में आयोजित ग्रुप मैचों में क्वार्टर फाइनल पहुंचने वाली टीमों के मैच विभिन्न एवेन्यू में आयोजित किया जा रहे हैं। 23 नवंबर को सरायकेला का मुकाबला जमशेदपुर से खरसावां में, रांची का मुकाबला लोहरदगा से रांची में, बोकारो का मुकाबला रामगढ़ से रामगढ़ में जबकि गोड्डा का मुकाबला गिरिडीह से गोड्डा में होगा।

गुरुवार, 20 नवंबर 2025

चाकुलिया: रेलवे अंडरपास के पास सीओ ने अवैध बालू से लदा ट्रैक्टर ज़ब्त किया.....



चाकूलिए 

चाकुलिया के सीओ नवीन पुरती ने‌ अवैध बालू के परिवहन के खिलाफ गुरुवार की शाम साढ़े 6 बजे को छापामारी अभियान चलाया। उन्होंने पुलिस के साथ रेलवे अंडरपास के पास अवैध बालू से लदे एक ट्रैक्टर को जब्त कर लिया।‌ उक्त ट्रैक्टर केरूकोचा की ओर से बालू लेकर आ रहा था। उन्होंने बालू लदे ट्रैक्टर को थाना की हावाले कर दिए या। मामले के छानबीन चाकुलिया के पुलिस कर रही है कर रही है।

रांची जिला स्कूल की बदहाल स्थिति पर झारखंड हाईकोर्ट सख्त, सरकार को लगाई फटकार

 झारखंड हाईकोर्ट में बुधवार को रांची के जिला स्कूल (सीएम स्कूल आफ एक्सीलेंस) की बदहाल स्थिति दूर करने की मांग को लेकर दाखिल याचिका पर सुनवाई हुई। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की अदालत ने आदेश का पालन नहीं किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताई। अदालत ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि सरकार कोर्ट के आदेश को हल्के में ले रही है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। छात्रावास को दुरूस्त करने के प्रति सरकार गंभीरता दिखाएं और अदालत के आदेश का पालन करें। अदालत ने सुनवाई के दौरान न्याय मित्र ने अदालत में छात्रावास की बदहाली की तस्वीर पेश की। अदालत को बताया गया कि कोर्ट के आदेश के बाद भी छात्रावास को दुरुस्त करने काम शुरू नहीं किया गया है।



दिल्ली: आखिर कौन हैं माफिया मुख्तार के बेटे उमर की दुल्हन

दिल्ली के अशोक लॉन में 15 नवंबर की शाम मानो जुगनुओं ने दरी बिछा दी हो। रोशनी, रंगत और रौनक के बीच मऊ से पांच बार विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी ने अपनी जिंदगी की नई इबारत लिखी, निकाह की इबारत। सोशल मीडिया पर छाई तस्वीरें उसी रौनक की गवाही दे रही हैं, जिसने इस समारोह को राजधानी का सबसे चर्चा में रहने वाला आयोजन बना दिया। चर्चा का सबसे बड़ा सवाल, “उमर की दुल्हन आखिर कौन?” जवाब है कि फातिमा, गाजीपुर के मुहम्मदाबाद की रहने वाली, वह जाने-माने कारोबारी मलिक मियां की नातिन है। उनका घर मुहम्मदाबाद के उसी मोहल्ले में जहां मुख्तार अंसारी का पैतृक आवास ‘फाटक’ स्थित है। दोनों परिवारों में पहले से सामाजिक जुड़ाव है। उमर और फातिमा एक-दूसरे को समझते-जानते थे और परिवार की रजामंदी ने इस रिश्ते को मुकम्मल कर दिया।



दिल्ली के अशोक लॉन में 15 नवंबर को निकाह हुआ। 17 नवंबर पालिका सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट, चाणक्यपुरी में शानदार वलीमा हुआ। वलीमे की रात में कई बड़े नेता, बड़े नाम और बड़ी शख्सियतें पहुंचीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, वरिष्ठ अधिवक्ता व सपा सांसद कपिल सिब्बल, पूर्व विधायक इरफान सोलंकी एवं सांसद प्रिया सरोज इन सभी ने नये जोड़े को दुआयें दीं और परिवार से मुलाकात की। महफिल में रौनक भी थी और एक हल्की-सी कसक भी। निकाह के पलों में उमर अंसारी खुद को संभाल न सके। पिता मुख्तार अंसारी, जिनकी छाया हमेशा उनके सिर पर रहती थी, आज सिर्फ तस्वीर के रूप में साथ थीं। स्टेज पर खड़े होकर उन्होंने वह तस्वीर फातिमा को दिखायी। वही तस्वीर, जिसने पलों भर के लिये पूरा माहौल भावनाओं से भर दिया। मां अफशां अंसारी लुकआउट नोटिस के कारण शामिल नहीं हो सकीं। घर की जिम्मेदारी बड़े भाई अब्बास अंसारी ने संभाली, हर मेहमान की मेजबानी, हर रस्म की अगुवाई और हर कदम पर पिता की कमी महसूस होती रही। उमर और फातिमा का यह मिलन दो परिवारों के पुराने रिश्तों की महक और नई उम्मीदों की खुशबू दोनों लेकर आया।

राजस्थान: करोड़पति के बेटे की शादी में जेनिफर लोपेज की धांसू एंट्री! डोनाल्ड ट्रंप भी

राजस्थान की झीलों के शहर उदयपुर में इन दिनों हवा में एक अजीब-सी सरसराहट है, झिलमिलाते महलों से लेकर सुनहरी शामों तक, हर तरफ एक ही सवाल, क्या ग्लोबल आइकन जेनिफर लोपेज सचमुच भारत आ रही हैं? मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बहुत जल्द उदयपुर की धरती पर JLo मैजिक उतर सकता है। पैपराजी ‘विरल भयानी’ की पोस्ट ने तो जैसे आग लगा दी, बताया जा रहा है कि जेनिफर एक यूएस बिलियनेयर के बेटे की अतिशय रॉयल वेडिंग में स्पेशल परफॉर्मेंस देने आ सकती हैं। दुल्हन भी अमेरिकी मूल की है और मेहमान अरबों के मालिक। यह शादी पहले से ही चर्चा में थी, लेकिन जब नाम जेनिफर लोपेज का उछला तो खबरों ने ताजमहल की तरह चमकना शुरू कर दिया। चर्चा यह भी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी गेस्ट लिस्ट में हो सकते हैं।



सिक्योरिटी तगड़ी—जेनिफर की झलक भी मुश्किल

वेन्यू की सिक्योरिटी को लेकर कहा जा रहा है कि यहां मीडिया की नजर भी रुक-रुक जायेगी और पैपराजी के कैमरे भी थमने को मजबूर होंगे। जेनिफर के आगमन की एक झलक पाना भी किसी राज खोलने जैसा होगा। कुछ वक्त पहले एक इंटरव्यू में जेनिफर ने कहा था, “इंडियन क्राउड से मिले प्यार को मैं कभी नहीं भूलती। मैं चाहती हूं कि यहां एक बड़े पब्लिक कॉन्सर्ट में परफॉर्म करूं।” उन्होंने भारत में प्राइवेट शो पहले भी किये हैं, पर उनका सपना है देश के फैंस के सामने बड़े स्टेज पर अपनी पूरी ऊर्जा उड़ेल देना। शायद यही वजह है कि इस बार उनके आने की खबर ने इंडियन फैंस की धड़कनों को और तेज कर दिया है।

रांची: दरवाजे पर दस्तक देगी सरकार, रांची की हर गली, हर चौखट तक

रांची की सर्द सुबहों में जब धूप हल्के सुनहरे रंग में धरती को सहलाती है, ठीक उसी वक्त एक और रौशनी शहर की चौखट-चौखट दस्तक देने को तैयार है, ‘आपकी योजना–आपकी सरकार–आपके द्वार’ का शुभारंभ आगामी 21 नवम्बर से होगा। यह महाअभियान 15 दिसम्बर तक चलेगा। रांची के 305 पंचायतों और 53 वार्डों में सरकार खुद लोगों तक पहुंचने का वादा लेकर उतर रही है। रांची के DC मंजूनाथ भजन्त्री इन शिविरों को केवल कागजी औपचारिकता नहीं रहने देना चाहते। उनकी नजर में हर शिकायत एक कहानी है, हर आवेदन एक उम्मीद और हर नागरिक, उस कहानी का नायक। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को साफ निर्देश दिये कि “समस्याओं का त्वरित निपटारा करो, लोगों को योजनाओं का पूरा लाभ दो और दिल से सेवा करो, क्योंकि जनता ही सबसे बड़ा न्यायाल BDO, CO और पंचायत प्रतिनिधियों को यह आदेश है कि गांव–गांव जाकर लोगों को बताया जाये कौन सी योजनायें हैं,



कैसे आवेदन करना है और किस दस्तावेज की जरूरत पड़ेगी। DC भजन्त्री ने स्पष्ट कहा कि “हर योग्य लाभुक को लाभ मिले, यही हमारी प्राथमिकता है।” DC मंजूनाथ भजन्त्री ने आम और खास से अपील की है कि अपने नजदीकी शिविर में जरूर जायें, आधार कार्ड, वोटर आईडी, बैंक पासबुक जैसे दस्तावेज साथ ले जायें और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का पूरा लाभ उठायें। उन्होंने नोडल अधिकारियों को चेताया कि “हर दिन अपनी ड्यूटी पर मौजूद रहें, लोगों का भरोसा सबसे पहले।”

21 नवंबर 2025 को यहां लगेगा आपका शिविर

अनगड़ा—चतरा पंचायत

बेड़ो—खुखरा पंचायत

बुढ़मू—छापर पंचायत

चान्हो—पण्डरी पंचायत

ईटकी—गड़गांव पंचायत

कांके—उरुगुटू एवं उपरकोनकी

लापुंग—हुल्सु

माण्डर—बंझीला

नगड़ी—नारो

नामकुम—हरदाग

ओरमांझी—जयडीहा

राहे—राहे

रातू—तारुप

सिल्ली—हलमाद

सोनाहातू—बारेन्दा

तमाड़—अमलेशा

वार्ड-1: सीएमपीडीआई स्कूल के सामने

वार्ड-2: एदलहातू जोगो पहाड़

22 नवंबर 2025 को यहां लगेगा 

अनगड़ा—बोंगईबेड़ा

बेड़ो—डोरण्डा

बुढ़मू—मुरुपीरी

चान्हो—बलसोकरा

कांके—काटमकुली

कांके—मालसृंग

नगड़ी—देवरी

नामकुम—सोदाग

ओरमांझी—बारीडीह

रातू—बानापीड़ी

सिल्ली—हाकेदाग

तमाड़—आराहंगा, रड़गांव

वार्ड-3: मोरहाबादी MTS

वार्ड-4: मंडाटांड़, मोरहाबादी

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