पटना : पटना-बाढ़ रेलखंड पर एक सीन किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था। दानापुर मंडल की पाटलिपुत्र एक्सप्रेस (18622) जब शहरी हॉल्ट और बाढ़ स्टेशन के बीच सरपट दौड़ रही थी, तभी अचानक ट्रेन की चेन खींच दी गई। ट्रेन थमी, धुआंधार गोलियां चलीं, और फिर कोच बी-2 का अटेंडेंट राकेश कुमार बदमाशों के कब्जे में चला गया। किसी ने सोचा भी नहीं था कि दिनदहाड़े रेल में ऐसा ड्रामा हो सकता है। घटना की भनक लगते ही रेल पुलिस, बाढ़ थाना और RPF की टीम एक्शन मोड में आ गई। देर रात हाथीदह स्टेशन के पास से राकेश को सुरक्षित बरामद कर लिया गया।
रेलवे सूत्रों की मानें तो ये मामला यूं ही नहीं हुआ। राकेश ने कुछ दिन पहले शराब तस्करों की सूचना पुलिस को दी थी, जिससे एक बड़ा नेटवर्क बेनकाब हुआ था। आशंका है कि इसी का बदला लेने के लिए उसे अगवा किया गया। घटना के बाद बाढ़ में पुलिस ने जबरदस्त छापेमारी की। पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनके पास से हथियार और अवैध शराब भी मिली। पूछताछ जारी है – कुछ से थाने में, कुछ से रेल पुलिस अलग से बात कर रही है।
अब पुलिस की नजर नेटवर्क पर, जल्द होगा खुलासा
शुरुआती जांच में साफ हो गया है कि वारदात सुनियोजित थी ट्रेन को रोकने से लेकर राकेश को उतारने तक का हर कदम प्लान के तहत हुआ। अब पुलिस तफ्तीश में जुट गई है – कौन हैं मास्टरमाइंड? कौन चला रहा है शराब की अवैध सप्लाई की रेल? और अगला निशाना कौन हो सकता है?
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें