विस्थापित अधिकार मंच द्वारा सुवर्णरेखा परियोजना के समक्ष कई माँगो को लेकर विशाल धरना प्रदर्शन सह गेट जाम किया गया
👉 विस्थापित की मुख्य माँगें 👈
1. चांडिल बाँध विस्थापितों को झारखंड राज्य जल संसाधन विभाग की नई भर्ती नियमावली 2025 के तहत रोजगार दिया जाए।
2. चतुर्थवर्गीय एवं बहुउद्देशीय कर्मी पदों पर विस्थापितों की सीधी नियुक्ति हो।
3. मंडल डैम विस्थापितों की तरह चांडिल बाँध विस्थापितों को भी ₹15 लाख पुनर्वास अनुदान एवं एक एकड़ भूमि मिले।
4. पुनर्वास कार्यों में RL मापन की बाध्यता समाप्त कर सभी 116 गाँवों को शामिल किया जाए।
5. विस्थापित युवाओं के लिए प्रशिक्षण योजना एवं रोजगार अवसर पुनः शुरू किए जाएँ।
6. पुनर्वास स्थल पर भूखंड आवंटन हेतु अध्यक्ष की नियुक्ति शीघ्र की जाए तथा 9 स्थलों का विकास कार्य प्रारंभ हो।
7. विकास पुस्तिका निर्माण में स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शामिल किया जाए।
8. छूटे हुए मकानों का सर्वेक्षण कर मुआवजा एवं पंचाट समस्याओं का समाधान हो।
9. निविदा प्रक्रिया में विस्थापितों को प्राथमिकता एवं मार्गदर्शन मिले।
10. टूटी नहरों का पुनर्निर्माण कर सिंचाई व्यवस्था बहाल की जाए।
11. वन्यजीवों से हुए नुकसान की भरपाई आरक्षित वन क्षेत्रों के विस्थापित परिवारों को मिले।
12. चांडिल डैम से जल उपयोग करने वाली कंपनियों में विस्थापितों को रोजगार दिया जाए।
13. नौका विहार एवं मछली पालन संचालन का अधिकार सीधे विस्थापितों को मिले।
14. जब तक सभी प्रभावित परिवारों को पुनर्वास लाभ नहीं मिल जाता, तब तक विस्थापित भूमि पर अवैध जल भंडारण न हों








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