सरायकेला : चांडिल अनुमंडल स्थित विवेकानंद केंद्र सेवा एवं प्रशिक्षण प्रकल्प का नया भवन का लोकार्पित 19 नवंबर को मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड के महामहिम राज्यपाल उपस्थित रहे और उन्होंने फीता काटकर भवन का उद्घाटन करेंगे जिसके लिए विवेकानंद केंद्र सेवा एंब प्रशिक्षण प्रकल्प के सदस्य द्वारा तैयारी में जुटे है।जिसका जानकारी संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता द्वारा दिया गया।
विवेकानंद केंद्र की स्थापना 1977‑78 में नौरंगराम स्वर्गीय देवी ट्रस्ट के तत्वावधान में हुई थी। इस संस्था के संस्थापक एकनाथ रानादे और स्व. भगवती प्रसाद खेतान ने मानव सेवा को आधार बनाकर “मानव निर्माण से राष्ट्र निर्माण” का मूल मंत्र अपनाया।
केंद्र ने अब तक संस्कार वर्ग, योग, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में कार्य किया है। पुराने परिसर में चल रही गतिविधियों को सुगम बनाने के लिए निर्मित नया भवन दान के सहयोग से तैयार हुआ।
संस्थापक एकनाथ रानादे के जन्म‑उत्सव के अवसर पर 19 नवंबर को इस भवन को समाज के लिए समर्पित किया जाएगा। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि श्री संजय सेठ रक्षा राज्य मंत्री भारत, विशिष्ट अतिथि श्रीमती सविता महतो विधायक ईचागढ़ ,एंब गरिमामयी उपस्थित श्री प्रवीण दाभोलकर अखिल भारतीय कोषाध्यक्ष विवेकानंद केंद्र के ग्रामीण गणमान्य व्यक्तियों, महिलाओं और स्थानीय निवासियों की उपस्थिति रहेंगे ।
विवेकानंद केंद्र का लक्ष्य शिक्षा, संस्कार और कौशल प्रशिक्षण के माध्यम से ग्रामीण युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान मिल सके।इस अबसर पर अनाथ मिश्रा जी, नगर संपर्क प्रमुख, चिराग परमार, जीवनव्रती, विभाग संगठक, राँची,सुशील कुमार लाल शाहदेव, नगर कार्यालय प्रमुख, आशीष कुंडू, निधि संकलन प्रमुख,कालीचरण गुप्ता, वानप्रस्थ कार्यकर्ता, गुलशन कुमार, कार्यपद्धति प्रमुख,मनोज सिंह, प्रचार प्रमुख आदि लोग उपस्थित थे ।












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