Advertisement

Advertisement

Advertisement

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

The Saubhagya Bharat

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बुधवार, 8 अक्टूबर 2025

राजनगर : विश्व विकास लक्ष्मी क्लब चापड़ा के द्वारा आज गाजे बाजे के साथ मां लक्ष्मी की मूर्ति विसर्जन के साथ हुआ समापन।

राजनगर प्रखंड के ग्राम चापड़ा में विश्व विकास लक्ष्मी क्लब की ओर से तीन दिवसीय लक्ष्मी पूजा प्रतिमा विसर्जन के साथ हुआ समापन।

मां लक्ष्मी की विधि पूर्वक पूजा अर्चना कर मंदिर परिसर से भव्य सभा यात्रा निकाली गई। गाजे बजे के साथ पूरे गांव को भ्रमण कर जलाशय तक पहुंची , वहां पर मां लक्ष्मी प्रतिमा का विसर्जन किया गया। आसछे बोछोर एसो व मां लक्ष्मी के जयकारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। 

कार्यक्रम को सफल बनाने में समिति के अध्यक्ष - छोटूराम महतो , सचिव - संजय महतो , कोषाध्यक्ष - रामचंद्र महतो सदस्य - पूर्ण चन्द्र महतो,नरसिंह महतो , सिमन्त कैर्वत , सनातन कैर्वत , बलिया हो , शंकर हो, दुखी महतो रोईबू हो एवं ग्रामवासी का सहरनीय योगदान रहा।







जमशेदपुर: राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस पर रेड क्रॉस भवन में रक्तदान शिविर आयोजित

जमशेदपुर: 8 अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के उपलक्ष्य में रेड क्रॉस भवन, डी.सी. ऑफिस रोड, साकची में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ प्रातः 8 बजे हुआ। इस अवसर पर समाजसेवी विकास सिंह, पूर्वी घोष सहित शहर के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

रक्तदान शिविर में लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और स्वेच्छा से रक्तदान कर मानवता का संदेश दिया। आयोजन का उद्देश्य जरूरतमंद मरीजों के लिए सुरक्षित रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करना और समाज में रक्तदान के प्रति जागरूकता फैलाना था।






दलमा में बुलडोजर की गड़गड़ाहट: वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, अतिक्रमण हटाया – शौचालय को रखा जन उपयोग हेतु

चांडिल: सरायकेला-खरसावां जिला के चांडिल थाना अंतर्गत दलमा वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र में बुधवार को वन विभाग ने सख्त रुख अपनाते हुए अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई की।


दलमा पश्चिमी वन क्षेत्र पदाधिकारी दिनेश चन्द्रा के नेतृत्व में कांदरबेड़ा स्थित होटल मां तारिणी के पीछे वन भूमि पर बने झोपड़ीनुमा घरों को बुलडोजर चलाकर ढहा दिया गया।


जानकारी के अनुसार, स्थानीय निवासी सोमनाथ हेंब्रम ने अवैध रूप से वन भूमि पर कब्जा कर झोपड़ी घर बना लिया था। विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण को पूरी तरह समाप्त किया।


लगभग एक घंटे तक चले इस अभियान में दंडाधिकारी के रूप में चांडिल अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार महतो की उपस्थिति रही।

इसी दौरान, स्थानीय मुखिया विदु मुर्मू ने अधिकारियों से आग्रह किया कि वन भूमि पर बने शौचालय को न तोड़ा जाए, ताकि ग्रामीण इसका उपयोग कर सकें।

जनहित को देखते हुए वन विभाग ने मुखिया के अनुरोध को स्वीकार किया और शौचालय को सार्वजनिक उपयोग हेतु संरक्षित रखने का निर्णय लिया।

वन क्षेत्र पदाधिकारी दिनेश चन्द्रा ने कहा कि वन भूमि पर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विभाग लगातार निगरानी में है, ताकि दलमा अभयारण्य क्षेत्र की सीमा में अवैध कब्जे को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।







जमशेदपुर: सरयू राय का बड़ा खुलासा — बेरमो में कोयले के अवैध कारोबार पर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

मुख्यमंत्री जी! बेरमो में कोयले का अवैध व्यापार जबरदस्त तरीके से चल रहा है, सरयू राय ने लिखी सीएम हेमंत सोरेन को चिट्ठी


जमशेदपुर। जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक और विधानसभा की विधानसभा की प्रत्यायुक्त समिति के चेयरमैन सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल में अवैध खनन, कोयला चोरी आदि के संबंध में जानकारी दी है। 

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सरयू राय ने कहा है कि बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल के कतिपय जागरूक नागरिक विगत कुछ दिनों से उनके पास उपर्युक्त विषय में ठोस सूचनाओं के आधार पर लिखित सूचनाएं भेज रहे हैं। उनकी पीड़ा है कि जिला प्रशासन, पुलिस एवं सीसीएल के संबंधित सक्षम पदाधिकारियों को जानकारी देने के बावजूद अवैध धंधा बदस्तूर चल रहा है और इसे रोकने तथा इसमें संलिप्त समूह के विरूद्ध कार्रवाई करने की दिशा में कुछ भी नहीं हो रहा है। इसी वजह से अवैध धंधा करने वालो का मनोबल बढ़ा है और इसके विरुद्ध आवाज़ उठाने वालों का मनोबल गिरा है। इन नागरिकों ने उनसे (सरयू राय) अपेक्षा की है कि वह इस विषय को आप तक पहुँचाने में उनकी मदद करेंगे ताकि कोयला चोरी करने, अवैध कोयला खनन करने तथा अवैध कोयला प्रोसेसिंग उद्योग चलाने वालों के विरूद्ध कारवाई हो और अवैध धंधा पर रोक लगे। 

श्री राय के अनुसार, बेरमो अनुमंडल के पेंक नारायणपुर, नावाडीह, दुग्धा, पेटरवार, बोकारो थर्मल, कथारा ओपी, तेनुघाट ओपी जैसे विभिन्न थानों के क्षेत्रों में बाइक, वैन, ट्रैक्टर और ट्रकों के माध्यम से अवैध कोयले का धंधा बेरोकटोक जारी है। व्यवस्था में बदलाव होते रहता है, लेकिन धंधा बदस्तूर जारी है। पहले कोयले का यह अवैध धंधा थाना स्तर से संचालित होता था, लेकिन वर्तमान स्थिति और भी भयावह है। रामगढ़, धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग, रांची और बोकारो के संगठित धंधेबाज यह अवैध कारोबार चला रहे हैं। ये शासन-प्रशासन में अपनी गहरी पैठ की बात कहकर थाना में पदस्थापित पुलिस पदाधिकारियों को हटाने तक की धमकी देते हैं। कोयला तस्करी में लगे इन अवैध धंधेबाजों में पुलिस-प्रशासन का कोई खौफ नहीं दिखता है।

सरयू राय ने पत्र में लिखा है कि ये लोग पर्यावरण नियमों को भी ठेंगे पर रखते हैं। ये अवैध फैक्ट्रियां चला रहे हैं और पर्यावरण संरक्षण नियमों का घोर उल्लंघन कर रहे हैं। पर्यावरण नियमों के उल्लंघन वे कोल फैक्ट्रियां भी कर रही हैं, जो फैक्ट्री की आड़ में पोड़ा और स्टीम कोयले का अवैध कारोबार कर रही हैं। नागरिकों ने उन्हें जो सूची दी है, जिनकी कथित संलिप्तता इस अवैध कारोबार में है, वे इस प्रकार से हैः- नावाडीह की चिरुडीह स्थित रूबी कोल फैक्ट्री, पेंक नारायणपुर की पिलपिलो स्थित जगदंबा कोल फैक्ट्री (रामा हरिया), पेटरवार की पिछरी स्थित निषाद कोल फैक्ट्री, गिरिडीह (निमियाघाट) की पोरदाग और खाकी स्थित कोल फैक्ट्रियां। इन सभी फैक्ट्रियों में शाम सात बजे से लेकर सुबह चार बजे तक बाइक, ट्रैक्टर और वैन से चोरी का कोयला पहुंचाया जाता है, जबकि बाइकों से तो सारा दिन कोयले की ढुलाई जारी रहती है।

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सरयू राय ने लिखाः ये फैक्ट्रियां पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण के मानकों की धज्जियां उड़ा रही हैं। कोयला भट्टी (धवन भट्टी) में पोड़ा करने की बजाय इनके द्वारा अपने परिसर में खुले आसमान के नीचे पोड़ा किया जा रहा है। ये फैक्ट्रियां रिहायशी इलाकों के पास हैं, जहां ग्रामीण कार्बन मोनोऑक्साइड के भयंकर प्रदूषण की मार झेलने को विवश हैं। जिला में पर्यावरण संरक्षण समिति के अध्यक्ष खुद डीसी होते हैं, फिर भी उनकी ओर से कोई प्रभावी कार्रवाई न होना, स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। 

श्री राय के अनुसार, कोयले की यह चोरी मुख्य रूप से सीसीएल के बी एंड के तथा कथारा और ढोरी एरिया के खदानों से हो रही है। इसके अलावा पेंक नारायणपुर के तापानी, चरकपनिया, पिलपिलो, बोकारो थर्मल के जारंगडीह, कथारा कोलियरी, रेलवे साइडिंग, कुसुमडीह और सीसीएल कारो स्पेशल फेज-2 की बंद खदानों से अवैध खनन कर कोयला निकाला जा रहा है। कतिपय सोशल मीडिया द्वारा प्रसारित सूचना के अनुसार कोयला के इस अवैध खनन का परिवहन मोटर साइकिल, वैन, ट्रैक्टर आदि से निम्नांकित दरों पर हो रही हैः-मोटर साइकिल से परिवहन में प्रति मोटर साइकिल प्रति माह ₹3,000, प्रति वैन प्रति माह ₹50,000 से ₹60,000 तथा ट्रैक्टर से परिवहन में प्रति ट्रैक्टर ₹1,000 रुपया का भुगतान अवैध परिवहनकर्ताओं को किया जाता है।

भगवान बिरसा मुंडा जी के गुरु आनंद पांड़ स्वांसी जी का 120वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित कार्यक्रम संपन्न हुआ।

भगवान बिरसा मुंडा जी के गुरु आनंद पांड़ स्वांसी जी का समाधि स्थल पर पान तांती स्वांसी समाज के द्वारा उनके 120वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित कार्यक्रम संपन्न हुआ।


जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के राजनीतिक दल एवं समाजसेवी गण साथ ही क्षेत्र के ग्रामीणों ओर पान तांती स्वांसी समाज के कार्यकर्ताओं एवं माता, बहनें, युवा पीढ़ी के नौजवान, बुद्धिजीवीगण उपस्थित होकर श्रद्धा सुमन पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य गुरु आनंद पांड़ स्वांसी जी के परपोता सहदेव स्वांसी एवं अध्यक्ष श्री नारायण स्वांसी जी, मोहन स्वांसी , विष्णु स्वांसी, आदि काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे। 

गुरु आनंद पांड़ स्वांसी अमर रहें अमर रहें अमर रहें 🙏





चाडील: “रन फॉर गजराज” के बाद जंगल में प्लास्टिक का अंबार, ग्रामीण बोले – वन विभाग खुद फैला रहा प्रदूषण!

वन विभाग के पर्यावरण संरक्षण के दावे अब सवालों के घेरे में हैं।दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी में आयोजित “रन फॉर गजराज मैराथन” के बाद मैदान और जंगलों में प्लास्टिक की बोतलें, डिस्पोजेबल ग्लास और कचरे का ढेर बिखरा पड़ा है।


ग्रामीणों का आरोप है कि जिस विभाग का दायित्व पर्यावरण की रक्षा करना है, वही खुद प्रदूषण फैलाने में आगे है।


स्थानीय लोगों के अनुसार, वन विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए थे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद सफाई की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई।अब पूरा इलाका प्लास्टिक और कचरे से पटा पड़ा है।

आदिवासी बुद्धिजीवियों और ग्रामीणों ने वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग दिखावे के कार्यक्रमों के नाम पर जंगलों को प्रदूषित कर रहा है।

एक ओर जहां “जंगल बचाओ” के नारे लगाए जाते हैं, वहीं दूसरी ओर खुद जंगल में प्लास्टिक फैला कर वन्य जीवों की जान खतरे में डाली जा रही है।

ग्रामीणों का कहना है कि गज परियोजना शुरू होने के बाद दलमा के हाथियों ने जंगल छोड़ दिया है।

भोजन और सुरक्षा की कमी के चलते अब ये हाथी ईचागढ़ क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं।

लोगों ने सवाल उठाया है कि इको सेंसिटिव ज़ोन के नाम पर जहां स्थानीय आदिवासी परिवारों को घर बनाने से रोका जा रहा है, वहीं वन विभाग खुद जंगल काटकर इको-टूरिज्म को बढ़ावा दे रहा है।

वन विभाग पर लगे ये आरोप बेहद गंभीर हैं।करोड़ों की योजनाओं के बावजूद जंगलों से वन्यजीवों का पलायन और बढ़ता प्लास्टिक प्रदूषण दोनों ही चिंता का विषय बन गए हैं।

अब देखना यह होगा कि क्या विभाग इन आरोपों की जांच करेगा, या फिर पर्यावरण संरक्षण की बातें सिर्फ कागज़ों पर ही सीमित रह जाएंगी।






सरायकेला-खरसावां: H L M ट्रॉफी सीजन-04 , में पहुंचे केंद्रीय मंत्री संजय सेठ, सुदेश महतो और रामचंद्र सहिस रहे मुख्य अतिथि

चाण्डिल प्रखंड के धातकीडीह फुटबॉल मैदान में आयोजित H L M ट्रॉफी सीजन-04 का मंगलवार को भव्य समापन हुआ।


कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो और पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।


समारोह में केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने समाजसेवी हरे लाल महतो की सराहना करते हुए कहा “जन्मदिन को समाजसेवा और खेल के प्रति समर्पित करना एक प्रेरणादायक पहल है। युवाओं को इससे सीख लेनी चाहिए।”


वहीं, पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो ने कहा -“हरे लाल महतो ने अपने कर्म और निष्ठा से समाज में सच्चे समाजसेवक की पहचान बनाई है।”


फाइनल मुकाबले में केके ब्रदर्स, सोनाहातू ने जय गुरु लिपाईपाठ, बोड़ाम को 2-0 से पराजित कर खिताब अपने नाम किया।


विजेता टीम को ₹2 लाख, जबकि उपविजेता टीम को ₹1.5 लाख का नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।

कार्यक्रम के दौरान रक्तदान शिविर का भी आयोजन हुआ, जिसमें 152 यूनिट रक्त संग्रह किया गया।

समापन समारोह में लोकगायक कुंदन कुमार की प्रस्तुति ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया।






खरसावां के पदमपुर काली मंदिर में शरद पूर्णिमा पर विधिवत पूजा-अर्चना, 20 अक्टूबर से आरंभ होगा सात दिवसीय मेला

कुंवार पूर्णिमा और शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर खरसावा के पदमपुर काली मंदिर में भब्य पूजा अर्चना विधि विधान पूर्वक आयोजन किया गया मेला के अध्यक्ष सुब्रत सिंह देव के नेतृत्व में विधिवत पूजा अर्चना की गई इसके बाद मां काली के माथे पर मिट्टी चढ़ाकर मां काली प्रतिमा निर्माण कार्य का शुभारंभ किया गया।


मंदिर में पंडित बिमला षाड़ंगी के मंत्रीचार के साथ पूजा पाठ हुआ और मंदिर में सात दिवसीय मेला की तैयारियां शुरू कर दी गई इस मेला की भब्यता और आकर्षण देखते हुए श्रद्धालु एवं दर्शकों हर साल बड़ी संख्या में भाग लेते हैं इस वर्ष पदमपुर काली पूजा व मेला 20 अक्टूबर से आरंभ होगा और 7 दोनों तक चलता रहेगा कमेटी ने मंदिर की रंगाई पुताई सफाई और मेला की तैयारी में सक्रिय रूप से काम शुरू कर दिया है। मेला आयोजन के माध्यम से श्रद्धालुओं और समाज में धार्मिक भावनाओं की शुरुआत बनाने का प्रयास किया जा रहा है इस मेल में उड़िसा राज्य से, झारखंड, बिहार से हजारों संख्या में मां के दर्शन के लिए भक्तों आते हैं। इस अवसर पर मेला अध्यक्ष सुब्रत सिंह देव, अजीत सिंह देव,सुकरु मंडल, बुतरु मंडल, राजेन मंडल, अक्षय मंडल, सहित काफी संख्या में महिलाओं एवं पुरुषों मां काली की भक्तों उपस्थित थे। 






मंगलवार, 7 अक्टूबर 2025

आदित्यपुर: पूर्वी आयरन कंपनी में मजदूर की संदिग्ध मौत, परिजनों से जबरन हस्ताक्षर — केवल 5 लाख मुआवज़ा देकर मामला रफ़ा-दफ़ा

आदित्यपुर स्थित पूर्वी आयरन कंपनी में 23 अगस्त 2025 को काम के दौरान एक मजदूर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया. साथी मजदूरों और स्थानीय लोगों ने कंपनी प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही के और सौदेबाज़ी के आरोप लगाए हैं.

मृतक के परिजनों ने बताया कि कंपनी की ओर से उन्हें केवल 5 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया गया, जबकि न तो उचित जांच की गई और न ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दी गई. परिजनों का आरोप है कि कंपनी प्रबंधन ने सौदेबाज़ी की और फिर उनसे जबरन कागज़ों पर हस्ताक्षर करवाए गए.

परिजनों ने बताया कि घटना के बाद कंपनी की ओर से किसी भी अधिकारी ने सही जानकारी नहीं दी. उल्टा उन पर दबाव बनाया गया कि वे चुप रहें. जब परिवार ने विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया और कहा गया कि “जो दिया जा रहा है, वही लो.”

परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि कंपनी ने शव को जबरन वाहन में रखकर सौंप दिया, और उनके मोबाइल फोन छीन लिए, ताकि वे किसी से संपर्क न कर सकें.

यह घटना आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में काम कर रहे हजारों मजदूरों की सुरक्षा और अधिकारों पर गंभीर सवाल खड़े करती है. परिजनों का कहना है कि कंपनियां मुनाफ़े के लिए मजदूरों की सुरक्षा की अनदेखी करती है

मृतक परिवार की प्रमुख मांगें —

• परिवार को कम से कम 15 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाए.

• परिवार के एक सदस्य को कंपनी में स्थायी नौकरी दी जाए.

• जबरन हस्ताक्षर करवाने और सौदेबाज़ी में शामिल लोगों की उच्चस्तरीय जांच कर सख़्त कार्रवाई की जाए.

परिजनों ने कहा कि किसी भी सूरत वे न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रखेंगे.





आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों का शोषण, श्रम कानूनों की अनदेखी, जेएलकेएम ने उठाई आवाज़, कार्रवाई की चेतावनी

आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों के साथ शोषण और सुरक्षा उल्लंघन के गंभीर मामले सामने आए हैं. झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने इन घटनाओं की जानकारी देते हुए कहा है कि कई कंपनियों में श्रम कानूनों की खुलेआम अवहेलना की जा रही है.

जेएलकेएम के अनुसार, सरलाल इंजीनियरिंग लिमिटेड में काम करने वाले मजदूरों को उनका वेतन और अंतिम हिसाब-किताब की राशि नहीं दी जा रही है. शिकायत के अनुसार, श्री रितेश कुमार ने 1 जुलाई 2025 से 3 सितंबर 2025 तक कंपनी में कार्य किया, परंतु अब तक उनका वेतन नहीं मिला है. वहीं, श्री काशीनाथ शर्मा को जून और जुलाई माह का वेतन, बोनस और अंतिम भुगतान नहीं किया गया है.

इसी तरह, बालाजी कृष्णा इंजिटेक कंपनी में पाँच वर्षों से रखरखाव विभाग में कार्यरत श्री प्रदीप गोप 23 जून 2025 को कार्यस्थल पर गंभीर हादसे का शिकार हो गए. इस दुर्घटना में उनके बाएँ हाथ की तीन उंगलियाँ कट गईं, जिससे वे स्थायी रूप से आंशिक रूप से विकलांग हो गए. कंपनी ने अब तक न तो उन्हें मुआवज़ा दिया है और न ही स्थायी नौकरी या पेंशन की सुविधा प्रदान की है. यह श्रम कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है.

जेएलकेएम ने जिला प्रशासन और श्रम विभाग से माँग की है कि सभी पीड़ित मजदूरों को उनका बकाया वेतन, अंतिम भुगतान और उचित मुआवज़ा तुरंत दिलाया जाए. संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो मजदूरों के अधिकारों की रक्षा के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा.





Breaking