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Saubhagya Bharat News

हम सौभाग्य भारत देश और दुनिया की महत्वपूर्ण एवं पुष्ट खबरें उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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The Saubhagya Bharat

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शुक्रवार, 7 नवंबर 2025

नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय: “Empowering the Future of Nursing” सेमिनार ने नई ऊर्जा दी झारखंड की नर्सिंग शिक्षा को*

TNAI एवं SNAI के संयुक्त आयोजन में नर्सिंग छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और पेशेवरों ने साझा किया ज्ञान, नेतृत्व एवं करुणा आधारित स्वास्थ्य सेवा का भविष्‍यदृष्टिकोण





7 अक्टूबर 2025 को नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी में आयोजित “नर्सिंग हार्टबीट: Empowering the Future of Nursing” नामक सेमिनार सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन Trained Nurses’ Association of India (TNAI) एवं Student Nurses’ Association of India (SNAI) ने मिलकर किया था।

इस सेमिनार का उद्देश्य था: नर्सिंग क्षेत्र में आज की चुनौतियों और कल की संभावनाओं पर विचार-विमर्श करना, नवाचार, नेतृत्व एवं करुणा-आधारित देखभाल (Compassionate Care) को प्रोत्साहित करना तथा भविष्य की पीढ़ी के नर्स पेशेवरों को सशक्त बनाना।

कार्यक्रम का शुभारंभ एक पारंपरिक दीप प्रज्वलन समारोह से हुआ, जिसमें माननीय अतिथि, विश्वविद्यालय के शिक्षक एवं आयोजक शामिल थे। इस दीप प्रज्वलन ने ज्ञान और प्रकाश के प्रतीक स्वरूप कार्यक्रम को औपचारिक रूप दिया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं श्रीमती वी. मलहाक्ष्मी (Assistant Professor, Sai Nath University एवं President, TNAI झारखंड)। साथ ही मुख्य अतिथि आदरनीय प्रो. शिल्पा जे (Vice-Principal एवं सक्रिय सदस्य, SNAI) ने भी अपनी उपस्थिति देकर कार्यक्रम को और गरिमा दी।इन उच्च-स्तरीय अतिथियों द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किए गए, जिन्होंने नर्सिंग शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में अपना दृष्टिकोण साझा किया। उनका मानना था कि नर्सिंग न केवल तकनीकी कौशल का समुच्चय है, बल्कि वह नेतृत्व क्षमता, मानवता की भावना, टीम वर्क और रोगी-देखभाल (patient care) में करुणा और प्रतिबद्धता (commitment) की अभिव्यक्ति भी है।


*प्रमुख विषय और चर्चाएँ:* सेमिनार में शामिल थे नर्सिंग छात्रों, शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण संस्थानों के शिक्षक, अनुभवी नर्सिंग पेशेवर तथा अन्य हितधारक। मुख्य चर्चाएँ निम्नलिखित विषयों पर केंद्रित रहीं: 

नवाचार और तकनीकी उन्नति

स्वास्थ्य देखभाल में नर्सों की भूमिका कैसे बदल रही है।

डिजिटल हेल्थ, टेलीमेडिसिन, इलेक्ट्रॉनिक हेल्थ रिकॉर्ड्स आदि का उपयोग।

नए उपकरण, प्रबंधन पद्धतियाँ और नर्सिंग शिक्षा में परिवर्तन।


सार्वजनिक स्वास्थ्य, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, एवं समुदाय-आधारित स्वास्थ्य पहल में नर्स की भूमिका।इस तरह की चर्चाओं ने प्रतिभागियों को प्रेरित किया कि वे नर्सिंग पेशे की गरिमा बनाए रखें, टीम वर्क एवं करुणा-आधारित व्यवहार को प्राथमिकता दें, और नवाचारोन्मुख दृष्टिकोण अपनाएँ।इस सेमिनार के अंत में, आयोजकों ने निम्नलिखित बातों पर जोर दिया:नर्सिंग शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को समकालीन चुनौतियों से सामंजस्य बिठाने हेतु निरंतर सुधार करना होगा।छात्रों की भागीदारी और उनके अनुभव-आधारित सीख को बढ़ावा देना आवश्यक है।

नेतृत्व कौशल, नैतिकता और देखभाल-भाव को पाठ्यक्रम एवं प्रशिक्षण कार्यक्रमों में और अधिक सम्मिलित किया जाना चाहिए।नर्सिंग समुदाय के भीतर सहयोग और नेटवर्किंग को बढ़ावा देना चाहिए — जैसे शिक्षक-छात्र संपर्क, मेंटर-मेंटीर शिप, और पेशेवर मंच।राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर TNAI एवं SNAI जैसी संस्थाएँ मिलकर नर्सिंग शिक्षा तथा स्वास्थ्य सेवा सुधारने की दिशा में कार्रवाई करती रहें।आयोजन के समापन पर धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया और सभी उपस्थित अतिथियों, वक्ताओं, छात्रों एवं आयोजन समिति को आभार व्यक्त किया गया।










राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् से गूंजा उत्क्रमित उच्च विद्यालय बुरुडीह का प्रांगण।

राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम देशभक्ति और एकता का संदेश देती है ः प्रशांत कुमार प्रधान*

राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने पर उत्क्रमित उच्च विद्यालय बुरुडीह में वंदे मातरम् गीत का प्रार्थना सभा में सामूहिक गायन हुआ। उक्त गायन में विद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी, छात्र-छात्राओं के साथ-साथ पूरा विद्यालय परिवार भाग लिया।


विद्यालय की शिक्षक प्रशांत कुमार प्रधान ने छात्र-छात्राओं को बंकिम चंद्र चटर्जी के रचित राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में जानकारी दी।उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् देशभक्ति और एकता का संदेश देती है। इस गीत ने धर्म और देश प्रेम को एक साथ जोड़े रखने का कार्य किया।

इस दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक धर्मेंद्र महतो, प्रदीप कुमार महतो एवं ब्रज किशोर कुमार बेदिया ने भी राष्ट्रीय गीत के 150 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने पर अपने विचार व्यक्त किये।

मौके पर विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ-साथ सैकड़ो बच्चे मौजूद थे।









सरायकेला: राष्ट्रीय गान वंदे मातरम के डेढ़ सौ साल पूरे होने के उपलक्ष मे जिले के विभिन्न विद्यालयों में गाया गया वंदे मातरम् राष्ट्रीय गीत,

सरायकेला ।बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा रचित राष्ट्रीय गान वंदे मातरम के डेढ़ सौ साल पूरे हो गए हैं। इस उपलक्ष पर सरायकेला खरसावां जिले के विभिन्न विद्यालयों में वंदे मातरम् राष्ट्रीय गीत गाया जा रहा है।



सरायकेला जिला मुख्यालय के एन आर प्लस टू सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चे और शिक्षक शिक्षिकाएं भाग लिए। इसी प्रकार मॉडल स्कूल में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिले के अन्य विद्यालय में भी इस प्रकार राष्ट्रीय गान का कार्यक्रम किया जा रहा है। जानकारी हो कि भारत सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय के सचिव संजय कुमार द्वारा जिले के सभी विद्यालयों में वंदे मातरम् राष्ट्रीय गान के डेढ़ सौ साल पूरे होने के उपलक्ष में इस तरह के कार्यक्रम करने का निर्देश दिया गया है।








चाईबासा...जगन्नाथपुर विधायक ने विरोधियों पर साधा निशाना, कहा मेरे खिलाफ ग्रामीणों को बरगलाना बंद करें,6 साल के कार्यकाल में मैंने कई महत्वपूर्ण योजनाओं को दिलाई स्वीकृति

जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत जेटैया दूधबिला गांव के जर्जर सड़क को लेकर ग्रामीणों को बरगला कर विरोध करवाने का आरोप लगाते हुए जगन्नाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकू ने कड़ा विरोध जताया है। विधायक सोनाराम सिंकू ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने पहले जो विधायक रहें उन्हें 25 साल प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया। परंतु ग्रामीणों की समस्या को नजरअंदाज किया। मैं जनता के आशीर्वाद से 6 साल के कार्यकाल में मैंनें कई महत्वपूर्ण सड़कों अन्य योजनाओं को स्वीकृति दिलाई है। विकास कार्य निरंतर जारी है। 



जेटैया,दूधबिला की जर्जर सड़क निर्माण हेतु प्रस्ताव स्वीकृति के अंतिम पड़ाव पर है जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा इसके अलावा 10 नवंबर के बाद कई महत्वपूर्ण विकास योजनाओं का शिलान्यास प्रारंभ होगा। मैं जानता के सुख-दुख में हमेशा खड़ा रहता हूं विरोधी चाहे जितना भी मेरे खिलाफ ग्रामीणों को भड़का दे,जीत हमेशा सच्चाई की होती है। ग्रामीण सब कुछ देख रही है।













घाटशिला उपचुनाव में झामुमो ने तेज किया जनसंपर्क अभियान

अंतिम वोटर घाटशीला उप चुनाव मे झारखण्ड मुक्ति मोर्चा एक एक वोट पर अपनी नजर बनाई हैँ, झामुमो के विधायक गन प्रत्येक गाँव मे घूम घूम कर एक एक ग्रामीण से मिलकर झामुमो के पक्ष मे वोट की अपील कर रहें हैँ, सिसई विधायक जिगा सुसारण होरो एवं पोटका विधायक संजीव सरदार ने प्रत्याशी सोमेश सोरेन के साथ उलदा ग्राम मे ग्रामीणों के साथ बैठक की, एवं उनसे एक बार फिर झामुमो के पक्ष मे वोट की अपील की, उन्होंने कहा की झारखण्ड राज्य सरकार हर योजना को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचा रही हैँ, और इसी कारण एक बर फिर इस उप चुनाव ने घाटशीला की जनता झामुमो के पक्ष मे वोट करेगी.





चाईबासा पुलिस की बड़ी सफलता: बड़ाजामदा डकैती कांड का खुलासा

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम पुलिस ने 14 अक्टूबर को गुवा (बड़ाजामदा ओपी) क्षेत्र में व्यवसायी अनिल चौरसिया के घर हुई डकैती कांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मास्टर माइंड संजीव मिश्रा (जमशेदपुर) समेत पाँच अपराधियों को गिरफ्तार किया है। अपराधियों ने पिस्टल की नोक पर ₹2.5 लाख नगद, सोने की चेन और ब्रेसलेट लूटा था।



पुलिस ने ₹20,000 नगद, एक पिस्टल, दो कारें (Baleno, Swift), सात मोबाइल और एक चाईनिज सीढ़ी बरामद की हैं।
यह कार्रवाई एसडीपीओ अजय केरकेट्टा के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने सीसीटीवी और तकनीकी जांच के आधार पर की।
सभी आरोपितों पर गुवा (बड़ाजामदा ओपी) कांड सं. 45/25 के तहत कार्रवाई जारी है।










गुरुवार, 6 नवंबर 2025

गुड़ाबांदा:-भाकर गाँव में बाथूड़ी समाज का पारंपरिक बड़ाम पूजा संपन्न........

गुड़ाबांदा

गुड़ाबांदा :- गुड़ाबांदा प्रखंड के भाकर गाँव में आज बाथूड़ी समाज द्वारा वर्षों से चली आ रही पारंपरिक बड़ाम पूजा का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूरे गाँव में धार्मिक उत्साह और पारंपरिक रंग दिखाई दिया। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी पूजा स्थल पर मुर्गा पाड़ा का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पूजा के दौरान पूरे गाँव में पारंपरिक संगीत, नृत्य और सामूहिक पूजा-अर्चना का माहौल रहा। इस धार्मिक आयोजन में बड़ाम पूजा के देहरी अजित नाइक के नेतृत्व में गाँव के सदस्य पवन महतो, पति नाइक, खाटू नाइक, जतिन महतो, रबीन नाइक, हाबुलु महतो, नित्याय महतो और लूलू महतो सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। पूजा के बाद ग्रामीणों ने एकता, भाईचारा और पारंपरिक संस्कृति को बनाए रखने का संकल्प लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह पूजा न केवल धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि समाज की संस्कृति और एकजुटता का प्रतीक भी है।

बहरागोड़ा:-गुहियापाल में बडाम पूजा का भव्य आयोजन संपन्न........


बहरागोड़ा संवाददाता 

बाहरगोड़ा:-पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड के गुहियापाल गांव में बुधवार को पारंपरिक बडाम पूजा का भव्य आयोजन संपन्न हुआ। यह पूजा बाथूड़ी समाज की आदिवासी एवं हिंदू परंपराओं का अनूठा संगम है, जिसका स्थानीय समाज में विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। दो दिवसीय यह आयोजन 5 नवंबर से आरंभ हुआ था, जिसमें सैकड़ों ग्रामीण श्रद्धालु शामिल हुए। पूजा का उद्देश्य प्रकृति, फसल और देवी-देवताओं के प्रति आभार प्रकट करना है। मुख्य आयोजक हरिराम विशाल ने बताया कि, यह पूजा हमारे पूर्वजों की परंपरा का प्रतीक है, जो भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा से प्रेरित है। सामूहिक रूप से प्रसाद तैयार कर गांव के सभी लोगों ने आशीर्वाद ग्रहण किया कार्यक्रम के संचालन में तपन कुमार विशाल और बिरंची पाटूलिया ने प्रमुख भूमिका निभाई। समापन अवसर पर ओड़िशा से आमंत्रित चांगु नृत्य दल ने मनमोहक प्रस्तुति दी, जिससे पूरा गांव भक्ति और उत्सव के रंग में सराबोर हो उठा। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बडाम पूजा केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सामूहिकता का प्रतीक भी है। सभी ने गांव की खुशहाली, उत्तम फसल और समृद्धि की कामना के साथ आयोजन का समापन किया।

श्रीनाथ कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में “शिक्षक के तौर पर विकास: आत्म-चिंतन से नवाचार तक” विषय पर तीन-दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP)आयोजित किया गया

श्रीनाथ कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन ने 3, 4 और 6 नवंबर 2025 को “शिक्षक के तौर पर विकास: आत्म-चिंतन से नवाचार तक” विषय पर तीन-दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) सफलतापूर्वक आयोजित किया। इस प्रोग्राम का उद्देश्य शिक्षकों के बीच चिंतनशील तरीकों को बढ़ावा देना, पढ़ाने के कौशल को बढ़ाना और नए तरीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना था।



सत्र रिसोर्स पर्सन सुश्री मोनिका झिंगन, हेड – लर्निंग एंड डेवलपमेंट, श्रीनाथ विश्वविद्यालय ने लिया , जिन्होंने इंटरैक्टिव चर्चाओं, चिंतनशील अभ्यासों और व्यावहारिक गतिविधी के ज़रिए प्रतिभागियों को शामिल किया। सुश्री झिंगन ने शिक्षकों के विकास और उनके पढ़ाने के तरीकों में रचनात्मकता और नवाचार लाने के लिए लगातार आत्म-चिंतन के महत्व पर ज़ोर दिया।

इन तीन दिनों के दौरान, प्रतिभागियों ने चिंतनशील शिक्षण, नए शिक्षण के तरीके, सीखने वालों की भागीदारी और स्वयं के पेशेवर विकास जैसे अलग-अलग विषयों पर चर्चायें की । इन सत्रों ने शिक्षकों को पारंपरिक शिक्षण तरीकों से आगे बढ़कर छात्र-केंद्रित और अनुभवात्मक तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर बोलते हुए, सुश्री झिंगन ने कहा कि “शिक्षा में सच्चा नवाचार आत्म-जागरूकता और बदलाव करने के साहस से शुरू होता है।” 

यह FDP सहायक प्राध्यापक श्रीमती लीना महंता के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया । कॉलेज की प्रिंसिपल, डॉ. मौसमी महतो ने सुश्री मोनिका झिंगन को उनके इस उपयोगी एवं महत्वपूर्ण सत्र के लिए धन्यवाद दिया ।

खुंटपानी में मटकोबेड़ा आजीविका संकुल संगठन की वार्षिक आम सभा संपन्न, नशा मुक्ति और शिक्षा अपनाने का दिया संदेश

 पश्चिम सिंहभूम जिला प्रखंड खुंटपानी कार्यालय परिसर में मटकोबेड़ा आजीविका संकुल संगठन स्वावलंबी सहकारी समिति लिमिटेड का वार्षिक आम सभा का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि खुंटपानी प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा और विशिष्ट अतिथि जिला परिषद सदस्य यमुना तियु का स्वागत गान और फूल माला पहनाकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती पार्वती होनहगा के द्वारा किया गया, कार्यक्रम मे विभिन्न ग्राम संगठन से लगभग 300 महिलाओ ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान संकुल के लेखापाल द्वारा आय-व्यय का पुरा जानकारी दिया , उसके उपरांत उत्कृष्ट समूह और ग्राम संगठन को पुरस्कृत किया गया। 





साथ ही अच्छे काम करने वाले कैडरस को भी सम्मानित किया गया। प्रखंड प्रमुख श्री सिद्धार्थ होनहगा ने अपने संबोधन मे कहा कि नशापान शरीर और समाज को बर्बाद करता है परिवार में विवादित उत्पन्न करता है नशा पान से बहुत सी घटनाएं होती है, अंधविश्वास जैसे सोच को भी खत्म करने का आवश्यकता है,किसी भी रूप में नशा को छोड़ना होगा तभी जाकर हमारा प्रखंड,जिला, देश तरक्की करेगा और शिक्षा को अपनाना होगा तभी गाँव स्तर मे विकास होगा। जिला परिषद सदस्य श्रीमती यमुना तियु के द्वारा भी नशापन छोड़ने और विकास को चुनने का संदेश दिया गया। इस मौके पर मटकोबेड़ा पंचायत के मुखिया श्रीमती माधुरी हेम्ब्रम,बी पी एम गेरेगिरी तिग्गा, सामुदायिक समन्वयक लक्ष्मी, प्रतिमा, सुनिता, सेतुदीदी सुनिता तियु, जेंडर सी आर पी रमणी गोप, संकुल के अध्यक्ष सुरयामुनी होनहगा, सचिव मनीषा बानरा और कोषाध्यक्ष सावित्री गोप मौजूद रहे।










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