जमशेदपुर, 8 अगस्त 2025
श्रीनाथ विश्वविद्यालय में शुक्रवार को आयोजित वार्षिक ओरिएंटेशन कार्यक्रम ‘ श्रीनाथ शंखनाद 2025’ का भव्य और गरिमामय आयोजन हुआ। इस अवसर पर शिक्षा, उद्योग और प्रशासन के शीर्ष प्रतिनिधियों का अद्वितीय संगम देखने को मिला।
कार्यक्रम में पूर्वी सिंहभूम के वरीय पुलिस अधीक्षक श्री पियूष पांडे (आई.पी.एस.), उप क्षेत्रीय निदेशक, झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकरण श्री दिनेश कुमार रंजन (जे.ए.एस.), प्रबंध निदेशक, जेसीएपीसीपीएल श्री अभिजीत अविनाश ननोटी, मुख्य परिचालन अधिकारी, रामकृष्ण फोर्जिंग्स लिमिटेड श्री शक्ति प्रसाद सेनापति, मानव संसाधन प्रमुख, क्रॉस लिमिटेड श्री रमाकांत गिरि, महाप्रबंधक (सप्लाई चेन), टाटा कमिंस श्री फणिंद्र भूषण मिश्र, प्रोफेसर डॉ. त्रिलोचन त्रिपाठी (एक्सएलआरआई), सदस्य, झारखंड राज्य फार्मेसी परिषद श्री धर्मेंद्र सिंह सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, जिसमें सभी अतिथियों के साथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सुखदेव महतो, कुलपति प्रो. (डॉ.) एस. एन. सिंह, तथा संध्या शंभू ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री शंभू महतो एवं श्रीमती संध्या महतो उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि आईपीएस श्री पियूष पांडे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए इंटरनेट युग में शिक्षा के आधुनिक तरीकों को अपनाने, रैगिंग और नशीले पदार्थों से दूर रहने, तथा सोशल मीडिया का जिम्मेदाराना उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने विद्यार्थियों को राष्ट्र के भविष्य निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया।
श्री अभिजीत अविनाश ननोटी ने कहा कि सफलता का मूल मंत्र है जिज्ञासा और परिश्रम। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि अवसरों का लाभ उठाने के लिए दृष्टिकोण और तैयारी, दोनों समान रूप से आवश्यक हैं। श्री रमाकांत गिरि ने छात्रों को अपनी प्रतिभा पहचानने और उसे निखारने की प्रेरणा दी। अन्य अतिथियों ने भी अपने अनुभव और विचारों से छात्रों का उत्साहवर्धन किया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सुखदेव महतो ने विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ सर्वांगीण विकास का भरोसा दिलाया और उन्हें अपने सपनों को साकार करने के लिए हर संभव समर्थन देने का आश्वासन दिया।
विश्वविद्यालय के डीन (अकादमिक) डॉ. दीपक शुक्ला और लर्निंग एंड डेवलपमेंट की प्रमुख श्रीमती मोनिका क्षिंगन ने संयुक्त रूप से विश्वविद्यालय की विशेषताओं, उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। डॉ. शुक्ला ने कहा कि संस्थान का उद्देश्य केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्रदान करना नहीं, बल्कि छात्रों को उद्योग और समाज के लिए सक्षम बनाना है।
कार्यक्रम के महत्वपूर्ण क्षणों में डीन (प्रशासन) श्री जे. राजेश ने विद्यार्थियों को राष्ट्र-निर्माण एवं अनुशासन के प्रति प्रतिबद्ध रहने की शपथ दिलाई। ‘श्रीनाथ शंखनाद 2025’ के तहत आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों पारंपरिक नृत्य, गीत, नाटक और वाद्य-प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इन प्रस्तुतियों ने झारखंड की सांस्कृतिक विविधता को उजागर करते हुए नए विद्यार्थियों में ऊर्जा, उत्साह और आत्मविश्वास का संचार किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक डीन (अकादमिक) डॉ. भाव्या भूषण ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन बी.एड. की शिक्षिका रचना रश्मि ने प्रस्तुत किया।
‘श्रीनाथ शंखनाद 2025’ ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि शिक्षा, अनुशासन और संस्कृति के सम्मिलित प्रयास से छात्र न केवल अपने करियर को सशक्त बनाएंगे, बल्कि समाज और राष्ट्र में भी सकारात्मक परिवर्तन के वाहक बनेंगे।
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें