सरायकेला : सरायकेला आयुर्वेद दिवस 2025 के उपलक्ष्य में सरायकेला नगर वासियों के मध्य "आयुर्वेद जन-जन के लिए, पृथ्वी के कल्याण के लिए" थीम के प्रति जन जागरण के लिए आज दिनांक 23 सितंबर 2025 को आयुष विभाग सरायकेला के द्वारा बहुत ही हर्षोल्लास के साथ रैली का आयोजन किया गया जिसमें नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष सह पतंजलि योगपीठ के जिला प्रतिनिधि मनोज चौधरी, जिला आयुष पदाधिकारी डां पूनम कुमारी,योग प्रशिक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी एवं बालक मध्य विद्यालय के छात्रों ने बढ़-चढ़ के हिस्सा लिया। रैली का शुभारंभ जिला आयुष पदाधिकारी डॉ पूनम कुमारी जी के द्वारा किया गया। यह रैली जिला आयुष आयुष ऑफिस से सिविल सर्जन कार्यालय, सदर अस्पताल तक जाकर संपन्न हुई।
यह रैली "Ayurveda for People and Planet" की थीम पर आधारित रही, जिसमें आयुर्वेद को स्वस्थ जीवनशैली और पर्यावरण संरक्षण के साथ जोड़ते हुए जन-जागरूकता का संदेश दिया गया।
उक्त अवसर पर मनोज चौधरी ने कहा कि आयुर्वेद द्वारा रोगों के उपचार के साथ-साथ योग, ध्यान और प्राकृतिक आहार के माध्यम से स्वस्थ और दीर्घायु जीवन-शैली का सशक्त माध्यम है।
वर्तमान एलोपैथिक दवाइयां पर अनुसंधान जारी है और समय-समय पर इसके सिद्धांत बदलते रहते हैं परंतु हमारे प्राचीन विद्वान ऋषियों द्वारा रोगों के उपचार के लिए ईजाद की गई आयुर्वेदिक प्रमाणिक चिकित्सा पद्धति है इसके सिद्धांत कभी नहीं बदलते बिना साइड इफेक्ट्स के असाध्य रोगों का उपचार केवल आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति द्वारा ही संभव है 2014 से पूर्व विदेशी मानसिकता की सरकारों ने योग और आयुर्वेद को दबाने का काम किया था परंतु आज पूरे विश्व का झुकाव आयुर्वेद की तरफ है विश्व के कई बड़े देशों के साइंटिस्ट आयुर्वेद पर अनुसंधान कर रहे हैं। आयुर्वेद आज विश्व स्तरीय पहचान बन चुका है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी चिकित्सा के रुग्णता कोडों को अपने ICD-11 मॉड्यूल में शामिल किया है।कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ मोनालिसा पंडित
डॉ सोनाली लिपिक अनुज कुमारी, योग प्रशिक्षक दिनेश कुमार अग्रवाल, विवेक कुमार अग्रवाल, राकेश साहू, सुषमा महतो, सुषमा कुमारी, सरिता महतो साधेश्वरी महतो एवं कई कर्मचारी उपस्थित थे।
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें