नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक समिति के द्वारा विश्वविद्यालय में दीपावली से पूर्व सांस्कृतिक कार्यक्रम "उज्ज्वला महोत्सव" का आयोजन किया गया। उज्ज्वला महोत्सव विश्वविद्यालय के वार्षिक आयोजनों में से एक है जो हर वर्ष दीपावली के त्योहार से पूर्व विद्यार्थियों के सामाजिक और सांस्कृतिक संवर्धन के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों के उत्साह, रचनात्मकता और सांस्कृतिक प्रतिभा को एक मंच प्रदान करता है। इस वर्ष इस आयोजन का मुख्य विषय, "अपने कौशल से अपने भीतर के प्रकाश को प्रज्वलित करें", था जो विद्यार्थियों में दिवाली की भावना को पूरी तरह से दर्शाता है।
इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के 600 से अधिक उत्साही प्रतिभागियों ने एकल नृत्य, समूह नृत्य, दीया पेंटिंग, फैशन शो, एकल गायन, मेहंदी कला और रंगोली सहित कई सांस्कृतिक और कलात्मक प्रतियोगिताओं में भाग लिया। प्रत्येक प्रतियोगिता ने विद्यार्थियों की विविध से पूर्ण उनकी रचनात्मकता, आत्मविश्वास और समर्पण को प्रदर्शित किया जो वास्तव में विषय के सार को दर्शाता है
त्योहार के उत्साह को बढ़ाते हुए विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रकार के व्यंजनों और त्योहारी मिठाइयों की पेशकश करते हुए विश्वविद्यालय के कैफेटेरिया में फूड स्टॉल भी लगाए, जिससे विश्वविद्यालय परिसर में दिवाली उत्सव के रोमांच को और भी अधिक बढ़ा दिया। कार्यक्रम स्थल को रोशनी, दीयों और रंग-बिरंगी रंगोलियों से खूबसूरती से सजाया गया था, जो खुशी, एकता और समृद्धि का प्रतीक थे।
विद्यार्थियों ने दीपावली के साथ साथ आगामी त्योहार छठ पूजा के सम्मान में भी विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया। इससे पूरे विश्वविद्यालय परिसर में संस्कृति और पंरपरा का अनूठा समागम देखने को मिला। विद्यार्थियों ने छठ पूजा के थीम पर आधारित पारंपरिक गीतों पर नृत्य प्रस्तुत किया और छठ पूजा के दौरान व्रतियों द्वारा धारण किये जाने पांरपरिक परिधानों को पहनकर रैम्प वॉक भी किया।
इस समारोह में कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रभात कुमार पाणि, कुलसचिव श्री नागेंद्र सिंह और परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोइज़ अशरफ ने विद्यार्थियों को संबोधित किया और विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी और रचनात्मकता की सराहना की।
इस अवसर पर नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) प्रभात कुमार पाणि ने कहा *उज्ज्वला महोत्सव केवल दिवाली का उत्सव नहीं है, बल्कि हमारे विद्यार्थियों के अंतर्मन में प्रकाशित प्रकाश का उत्सव है। आज अपने जुनून, रचनात्मकता और टीम वर्क के माध्यम से प्रत्येक प्रतिभागी ने यह दर्शाया है कि सच्ची रोशनी भीतर से आती है।
कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने समग्र शिक्षा में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के महत्व पर ज़ोर देते हुए कहा *उज्ज्वला महोत्सव जैसे आयोजन छात्रों को शिक्षा के अलावा अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच प्रदान करते हैं। ऐसे अनुभव आत्मविश्वास, नेतृत्व और सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा देते हैं।
परीक्षा नियंत्रक प्रो. मोइज़ अशरफ़ ने सहभागिता और आनंद की भावना पर प्रकाश डालते हुए कहा *हमारे छात्रों का उत्साह देखकर बहुत खुशी होती है। विविध प्रतियोगिताएँ और प्रदर्शन हमारी विश्वविद्यालय संस्कृति की विविधता और गतिशीलता को दर्शाते हैं।
कार्यक्रम का समापन एक शानदार फ़ैशन शो और समूह नृत्य के समापन समारोह के साथ हुआ, जिसके बाद विजेता प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अकाडमिक अधिष्ठाता प्रो. दीलीप शोम, प्रशासनिक अधिष्ठाता प्रो. नाजिम खान, मुख्य वित्त अधिकारी वाई. ज्योति, आईक्यूएसी निर्देशक डॉ. श्रद्धा वर्मा, विभिन्न विभागों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, फैकल्टी मेंबर्स और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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