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बुधवार, 15 अक्टूबर 2025

श्रीनाथ विश्वविद्यालय में “माइंड मैटर्स: द साइंस ऑफ जॉय विद आर्ट ऑफ लिविंग” विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन

श्रीनाथ विश्वविद्यालय के साइंस क्लब द्वारा “माइंड मैटर्स: द साइंस ऑफ जॉय विद आर्ट ऑफ लिविंग” विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्घाटन श्रीनाथ विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार डॉ. मौसमी महतो और मुख्य अतिथि सुश्री चेतना मोहंता ने संयुक्त रूप से किया। सुश्री चेतना मोहंता एक लाइफ कोच एवं आर्ट ऑफ लिविंग की प्रशिक्षक हैं, जिन्होंने अपने संबोधन में कई ज्ञानपरक बातें कहीं।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुश्री चेतना मोहंता ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मन, भावनाओं और संपूर्ण जीवन के संतुलन के बीच संबंध पर प्रकाश डाला। उन्होंने आत्म-जागरूकता, माइंडफुलनेस और सजग जीवनशैली अपनाने के महत्व पर जोर देते हुए विद्यार्थियों को सच्चे आनंद और आंतरिक शांति के मार्ग बताए।

डॉ. मौसमी महतो ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन विद्यार्थियों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक हैं। उन्होंने विभाग के शिक्षकों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे गहन और प्रेरणादायक कार्यक्रम छात्रों के समग्र विकास में अहम भूमिका निभाते हैं।

इस सत्र में आधुनिक विज्ञान और चेतन जीवन की दर्शनशास्त्र को जोड़ते हुए “आनंद” की अवधारणा पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला का उद्देश्य यह समझना था कि हमारा मन किस प्रकार भावनात्मक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। इसमें पॉजिटिव साइकोलॉजी और आर्ट ऑफ लिविंग के सिद्धांतों के माध्यम से मानसिक संतुलन और प्रसन्नता को बनाए रखने के उपाय बताए गए।

आज के तेज़-तर्रार जीवन में विद्यार्थी अकादमिक दबाव, सोशल मीडिया और भविष्य की अनिश्चितताओं जैसी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इस कार्यशाला ने विद्यार्थियों को तनाव प्रबंधन, भावनात्मक सहनशीलता और दीर्घकालिक आनंद प्राप्ति के लिए व्यावहारिक तकनीकें सिखाईं, जो विज्ञान और प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा के समन्वय पर आधारित थीं।




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