श्रीनाथ विश्वविद्यालय जमशेदपुर ने नांदी फाउंडेशन के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है, जो देशभर में सामाजिक सशक्तिकरण एवं कौशल विकास के लिए कार्यरत एक प्रतिष्ठित पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट है। इस समझौते का उद्देश्य युवा बालिकाओं को आधुनिक रोजगार बाजार की मांगों के अनुरूप तैयार करना और उन्हें ऐसे स्किल्स से लैस करना है, जिनसे वे न केवल आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें, बल्कि आत्मविश्वास और क्षमता के साथ अपने करियर की दिशा तय कर सकें। इस पहल के तहत शुरू किया जा रहा रोजगार कौशल विकास कार्यक्रम युवा महिलाओं को उद्योग-मानकों पर आधारित कौशल प्रदान करेगा, जिनसे उनकी रोजगार क्षमता और अवसरों में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
कार्यक्रम के अंतर्गत न्यू ऐज स्किल्स, सॉफ्ट स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स, लाइफ स्किल्स और इंटरव्यू प्रिपरेशन जैसे विविध प्रशिक्षण मॉड्यूल शामिल किए गए हैं। ये मॉड्यूल न सिर्फ प्रतिभागियों को तकनीकी और पेशेवर दक्षता प्रदान करेंगे बल्कि उन्हें व्यक्तिगत विकास, आत्मविश्वास निर्माण, नेतृत्व क्षमता और संवाद कौशल जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी मजबूत बनाएंगे। इन कौशलों के माध्यम से छात्राएं बेहतर करियर विकल्प चुन सकेंगी और प्रतिस्पर्धी वातावरण में प्रभावी रूप से अपनी पहचान स्थापित कर पाएंगी। इसके अतिरिक्त, दोनों संस्थान आपसी सहमति से ऐसे अन्य कौशल आधारित कार्यक्रम भी शामिल कर सकते हैं, जो बेहतर आजीविका, सामुदायिक विकास और दीर्घकालिक आर्थिक सुरक्षा को बढ़ावा दे सकते हैं।
एमओयू पर श्रीनाथ विश्वविद्यालय के डीन एडमिनिस्ट्रेशन जे. राजेश, नांदी फाउंडेशन के प्रोग्राम मैनेजर मृत्युंजय कुमार, स्टेट कोऑर्डिनेटर (झारखंड) रिंकू सिंह और ट्रेनर निशा रॉय ने संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए। इस समझौते को दोनों संस्थानों के बीच एक मजबूत और दूरगामी सहयोग की शुरुआत माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य शिक्षा, कौशल और रोजगार के क्षेत्र में नई संभावनाओं को सृजित करना है। यह साझेदारी युवा महिलाओं में कौशल विकास के प्रति जागरूकता बढ़ाने, उन्हें प्रोत्साहित करने और उनके करियर निर्माण के रास्ते में आने वाली चुनौतियों को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
इस अवसर पर खुशी जताते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. एस. एन. सिंह ने मीडिया को बताया कि श्रीनाथ विश्वविद्यालय हमेशा से ही सामाजिक उत्तरदायित्व, युवा सशक्तिकरण और कौशल-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है। नांदी फाउंडेशन के साथ यह सहयोग विश्वविद्यालय की उसी प्रतिबद्धता का एक और मजबूत कदम है, जो न केवल शैक्षणिक वातावरण को समृद्ध करेगा, बल्कि समाज में एक कुशल, आत्मनिर्भर और प्रगतिशील युवा पीढ़ी के निर्माण का मार्ग भी प्रशस्त करेगा |








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