धनबाद:-कतरास लिलौरी मंदिर में नववर्ष पर पिकनिक मनाने वालों का तांता लगता है. 15 दिसंबर से ही यहां दूर-दराज से सैलानियों के आने का सिलसिला शुरू हो जाता है, जो पूरे जनवरी माह तक जारी रहता है. यहां ना सिर्फ धनबाद कोयलांचल बल्कि पड़ोसी राज्य बंगाल के आसनसोल, वर्दमान, रानीगंज, कुल्टी के अलावा झारखंड के गिरिडीह, बोकारो, हजारीबाग, जामताड़ा सहित अन्य जिलों से लोग पहुंचते हैं. यहां पिकनिक के साथ लोग नववर्ष पर मां
लिलौरी का दर्शन व मत्था टेक खुशहाली की मन्नत मांगते है.
*पूजा के बाद पार्क का लेते है आनंद*
मंदिर के सामने नगर निगम की अमृत योजना के तहत निर्मित अमृत पार्क फेज-2 आकर्षण का केंद्र है.नववर्ष में सैलानियों का तांता लगा रहता है.मंदिर जो कोई भी आता है.पार्क में घूम कर ही जाता है.पार्क में बच्चों के खेलने के लिए झूला सहित कई सामान हैं. पार्क की सुंदरता देखने लायक है.मंदिर व पार्क पहुचने के लिए धनबाद जिला मुख्यालय से 22 किमी दूर है. मंदिर आने के लिये धनबाद-गोमो रेल खंड के निचितपुर रेलवे हॉल्ट व कतरासगढ़ स्टेशन है. सड़क मार्ग से मंदिर पहुंचना सबसे बेहतर विकल्प है.








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