धनबाद : साल के अंतिम सप्ताह में धनबाद में घटित दो घटनाओं में पुलिस के त्वरित एक्शन के बाद मिली सफलता के बाद एक बार फिर यह साबित हुआ है कि पुलिस अगर चाह ले तो पाताल से भी क्रिमिनल्स को खींच कर सलाखों के पीछे ढकेल सकती है.आइए आपको बताते हैं कि कम से कम साल के अंतिम सप्ताह में यह क्यों कहा जाने लगा है कि पुलिस अगर चाह ले तो अपराधी कुछ घंटे से अधिक तक बच नहीं सकते.

धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल SNMMCH में नवजात बच्चे की चोरी में जिस तत्परता और फुलप्रूफ योजना के साथ पुलिस ने बच्चों को कुछ ही घंटे में बरामद कर लिया. उससे धनबाद पुलिस को सराहना मिल रही है. उसके बाद सोमवार, मंगलवार की रात अपराधियों ने जिस ढंग से कतरास के एक सोना दुकान में डाका डाला, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डकैतों को गिरफ्तार कर लिया और कम से कम 70 से 80 लाख रुपए के गहने को बरामद कर लिया है.
धनबाद पुलिस के इस एक्शन की खूब सराहना हो रही है. इसके पहले झरिया के बहुचर्चित प्रेम यादव हत्याकांड में भी धनबाद पुलिस ने दूसरे प्रदेशों में छुपे अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी. यह हत्याकांड इसलिए भी चर्चित हुआ था,क्योंकि दिन दहाड़े भीड़भाड़ वाले झरिया बाजार में अपराधियों ने बिहार के रहने वाले प्रेम यादव की बड़ी सफाई से गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह हत्याकांड पूरी तरह से कुछ घंटे के लिए पुलिस के लिए ब्लाइंड केस साबित हुआ. लेकिन धनबाद पुलिस ने जब बिहार पुलिस से संपर्क किया तो पूरे मामले का खुलासा हो गया.
इधर, धनबाद के SNMMCH के महिला एवं प्रसूति विभाग में भर्ती मनियाडीह की सरिता देवी के नवजात बच्चे को 27 दिसंबर की रात चोरों ने चुरा लिया था. पुलिस ने नवजात बच्चे को सकुशल बरामद कर सोमवार को उसके माता-पिता को सौंप दिया था. इस संबंध में पुलिस ने एक महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. पैसे की लालच में इस घटना को अंजाम दिया गया था.
पुलिस ने अस्पताल कर्मी इश्तियाक अंसारी, हसीमुद्दीन अंसारी, कौशल कुमार सिंह और अभिलाष सिंह को गिरफ्तार किया है. इस घटना के बाद धनबाद में तहलका मच गया था. पुलिस सक्रिय हुई और लगातार छापेमारी शुरू की गई .पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आई की भूली की रहने वाली अभिलाषा सिंह की रिश्तेदार निसंतान है. उसी के लिए बच्चे की चोरी की गई थी. इसके लिए 3 लाख में डील फाइनल की गई थी और कुछ पैसे का भुगतान भी कर दिया गया था.
लेकिन धनबाद पुलिस ने इस घटना को चुनौती के रूप में लिया और बच्चे को बरामद कर लिया. बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ था. इधर, कतरास के खेतान टावर में स्थित श्री जमुना दास विशेश्वरलाल आर्नामेंट नामक ज्वेलरी दुकान में सोमवार, मंगलवार की रात अपराधियों ने डकैती की बड़ी घटना को अंजाम दिया . धनबाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए कुछ घंटे के भीतर ही मामले का खुलासा कर लिया. साथ ही लगभग 70 से 80 लाख रुपए के गहने भी बरामद कर लिए हैं.
चोरी में उपयोग किए गए औजार भी पुलिस के हाथ लगे हैं. पुलिस के अनुसार इस कांड में 15 से अधिक अपराधी शामिल थे. धनबाद एसएसपी के अनुसार सोमवार की रात करीब 1 से 2:00 बजे के बीच डकैतों ने आभूषण दुकान में डकैती की घटना को अंजाम दिया. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई. इलाके की नाके बंदी कर दी गई और उसके बाद छापेमारी शुरू की गई. इस काम में रेल पुलिस का भी सहयोग लिया गया. छापेमारी के दौरान पुलिस को सूचना मिली कि अपराधी रेलवे लाइन होकर भाग रहे हैं. उसके बाद डकैतों को दौड़ाकर पुलिस ने गिरफ्तार किया.
प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला है कि सभी बंजारा हैं. घूम-घूम कर कुछ सामान बेचने का काम करते थे. इनके पास से पुलिस ने कंबल ,गुलेल, टॉर्च ,लोहे का सामान समेत अन्य सामग्री बरामद किया है .डकैतों ने आभूषण दुकान से लगभग 22 किलो चांदी और सोने के गहनों की चोरी की थी. इनमें से बहुत सामान पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है.














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