गृहमंत्री अमित शाह आज सदन में बोले, चुनाव आयोग सरकार के अधीन नहीं, एक स्वतंत्र संस्था है। कांग्रेस SIR पर झूठ फैला रही है, मैं उसका जवाब दूंगा। उन्होंने कहा, कौन प्रधानमंत्री बनेगा, कौन मुख्यमंत्री, यह भारत तय करेगा, बांग्लादेश की सीमा पार से आये घुसपैठिये नहीं। कांग्रेस पर उन्होंने बेबुनियाद आरोप फैलाने का ठीकरा फोड़ा और साफ कहा कि मोदी जनता की इच्छा से प्रधानमंत्री बने हैं, विपक्ष की कृपा से नहीं। शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुये कहा कि चर्चा तय थी चुनाव सुधारों पर, लेकिन विपक्ष बार-बार SIR पर ही भटकाता रहा, वहीं, यह चुनाव आयोग का विषय है। अमित शाह ने अनुच्छेद 324, 326 और 327 का सहारा लिया। उन्होंने बताया कि SIR का अधिकार चुनाव आयोग को ही है। वहीं, याद दिलाया कि 2000 के बाद तीन बार SIR हुआ, दो बार NDA सरकार में, एक बार UPA में, तब किसी ने विरोध नहीं किया। यह कहते हुये शाह ने विपक्ष पर तंज भी कसा और कहा कि वोटर लिस्ट ही अशुद्ध हो तो चुनाव कैसे पवित्र राहुल गांधी के ‘परमाणु बम’ वाले बयान पर शाह का व्यंग्य
राहुल गांधी के आरोप पर शाह बोले, हरियाणा के जिस मकान का हवाला दिया गया था, चुनाव आयोग ने जांच की, दावा गलत निकला। फिर उन्होंने व्यंग्य किया, “वोट चोरी की फर्जी कहानी बनाने की कोशिश हो रही है।” राहुल ने कहा, “गृह मंत्री डरे हुये हैं।” शाह ने मुस्कुराकर पलटवार किया, “आपके चेहरे पर चिंता की लकीरें देख ली हैं, पर मैं उकसावे में नहीं आऊंगा।” शाह ने इतिहास के पन्ने पलटे, बोले, सरदार पटेल को 28 वोट, नेहरू को 2, फिर भी PM नेहरू बने। इंदिरा गांधी का चुनाव, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रद्द किया। इंदिरा गांधी की इम्युनिटी, अपने लिये कानून बदलवाना।
“जब जीते तब कोई शिकायत नहीं थी”
शाह ने EVM का पुराना इतिहास सामने रखा और कहा कि 1989 में राजीव गांधी के समय इसका प्रावधान हुआ। 2004 और 2009 में कांग्रेस जीती, EVM पर कोई सवाल नहीं उठा। 2014 में BJP जीती और सवालों की बरसात हो गई। वहीं, आंकड़ा रखते हुये कहा कि 16,000 EVM–VVPAT मिलान में एक भी वोट गलत नहीं मिला। शाह बोले, “पहले वोट के बक्से लूट लिये जाते थे, EVM आने से यह परंपरा खत्म हुई, इसी का दर्द है।” उन्होंने बताया कि 2216 किमी बांग्लादेश सीमा, 1600 किमी से ज्यादा पर सुरक्षा, बंगाल में 563 किमी हिस्सा अब भी चुनौती है। TMC पर वार करते हुये कहा कि घुसपैठियों को बचाओगे, तो आपका सफाया तय है। शाह ने कहा कि “क्या कानून है कि RSS से आये लोग संस्थाओं में नहीं हो सकते? हम जनादेश से आये हैं, डरते नहीं। 140 करोड़ जनता का जनादेश, ईश्वर का आदेश है। जनता का फैसला, श्रीकृष्ण का फैसला।”







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