शनिवार, 6 दिसम्बर को सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन/तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक "कथा मंजरी" सह हिन्दी के चार लोकप्रिय साहित्यकारों यशपाल, रघुवीर सहाय , इलाचंद्र जोशी एवं बालकृष्ण शर्मा 'नवीन' की जयंती समारोह आयोजित की गई ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता तुलसी भवन के उपाध्यक्ष रामनन्दन प्रसाद तथा संचालन साहित्य समिति के उपाध्यक्ष सुरेश चन्द्र झा ने की ।
दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई । सरस्वती वंदना डाॅo वीणा पाण्डेय 'भारती' ने प्रस्तुत किया । स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन कार्यकारिणी के प्रसन्न वदन मेहता ने दिया । तत्पश्चात यशपाल, रघुवीर सहाय , इलाचंद्र जोशी एवं बालकृष्ण शर्मा नवीन का साहित्यिक जीवन परिचय क्रमश: रीना सिन्हा, उपासना सिन्हा, बलविन्दर सिंह तथा वसंत जमशेदपुरी ने विस्तार से प्रस्तुत किया । कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन साहित्य समिति, तुलसी भवन के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅo यमुना तिवारी 'व्यथित' द्वारा दी गई ।
कार्यक्रम के दुसरे सत्र 'कथा मंजरी' के मौके पर विभिन्न विषयों को स्पर्श करती हुई कुल 7 कहानियों के अलावा वसंत जमशेदपुरी द्वारा एक समसामयिक गंभीर आलेख 'लोकार्पण की बाढ और पाठकों का अभाव' का पाठ किया गया, इन सबकी समीक्षात्मक टिप्पणी कथा पाठ के उपरान्त राम नन्दन प्रसाद ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य के दौरान की । जो इस प्रकार है --
क्रम कथाकार कहानी का शीर्षक
1) श्रीमती शक्ति श्रीवास्तव बेटी की मां
2) श्रीमती वीणा कुमारी नंदिनी दिया दुआ - स्नेह
3) श्री सुरेश चन्द्र झा दुर्भाग्य
4) श्रीमती रेखा सहाय हमसफर
5) श्रीमती उपासना सिन्हा रोटी
6) श्रीमती रीना गुप्ता इंतजार
7) श्री कन्हैया लाल अग्रवाल बुजुर्गो का अनुभव
इस अवसर पर मुख्य रुप से डाॅo यमुना तिवारी व्यथित, सुरेश चन्द्र झा, रीना सिन्हा सलोनी, वीणा कुमारी नंदिनी, उपासना सिन्हा, शक्ति श्रीवास्तव, रेखा सहाय, हरभजन सिंह रहबर, सुजय कुमार सहित अनेक साहित्यकारों की उपस्थिति रही।









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