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बुधवार, 5 नवंबर 2025

राउरकेला: गौस-उल-वरा कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे देश विदेश के नामचीन उलेमा ए कराम , लंदन से तशरीफ ला रहे हाशिम अब्दुल कादिर मंसूर जिलानी

राउरकेला: राउरकेला में जमीअतुल कुरैश की ओर से शुक्रवार को ऐतिहासिक गौस-उल-वरा कॉन्फ्रेंस का आयोजन होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह प्रदेश के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा धार्मिक जलसा होगा, जिसमें देश-विदेश के प्रतिष्ठित उलेमा-ए-कराम शिरकत करेंगे।इस मौके पर लंदन से तशरीफ ला रहे पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के पोते हाशिम अब्दुल कादिर मंसूर जिलानी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। सम्मेलन में उनके अलावा देशभर से कई नामचीन इस्लामी विद्वान शामिल होंगे।कार्यक्रम से पूर्व बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में हजरत सय्यद मोहसिन मियां सोहरवर्दी ने सम्मेलन की जानकारी देते हुए बताया कि यह सम्मेलन केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में अमन, भाईचारा और इंसानियत का पैगाम देने का माध्यम होगा। उन्होंने कहा कि इस जलसे में देश-विदेश से आ रहे उलेमा-ए-कराम पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के संदेश को आम करेंगे।लंदन से आने वाले हजरत हाशिम अब्दुल कादिर मंसूर जिलानी इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण होंगे।मोहसिन मियां ने आगे कहा कि हजरत युवाओं को इस्लाम के प्रति जागरूक करेंगे, उन्हें दीन के रास्ते पर चलने की हिदायत देंगे। वे नशाखोरी, शराब और नशे जैसी बुराइयों से दूर रहने का संदेश देंगे और समाज में अमन व सौहार्द बनाए रखने की भी अपील करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि हजरत स्वच्छता को लेकर इस्लामी दृष्टिकोण और इसके लाभों पर भी विस्तार से रोशनी डालेंगे। जितनातुल मसाजिद नाला रोड के इमाम हाफिज सनाउल मुस्तफा कादरी ने बताया कि गौस-उल-वरा कॉन्फ्रेंस को लेकर अकीदतमंदों में जबरदस्त उत्साह है। हजरत हाशिम अब्दुल कादिर मंसूर जिलानी को सुनने के लिए विभिन्न राज्यों से लगभग 20 हजार अकीदतमंदों के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने की संभावना है। 



उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में हर वर्ग के लोगों के लिए आध्यात्मिक संदेश और सामाजिक सुधार का पैगाम मिलेगा।कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में राजस्थान से काज़ी-ए-शहर मुफ्ती अशरफ जिलानी अजहरी, गुजरात से सय्यद जामी अशरफ, मुंबई से मोहम्मद रज़ा नूरी, लखनऊ से गौसनुल कादरी, हैदराबाद से सय्यद नेमातुल्लाह हुसैनी, कर्नाटक से मौलाना गुलाम जाफर, अमरावती से मुफ्ती शाहनवाज अली, तथा झारखंड के पलामू से गुलाम मुर्तजा तशरीफ ला रहे हैं।लंदन से आने वाले हजरत हाशिम अब्दुल कादिर मंसूर जिलानी अरबी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में संबोधित करेंगे, जिसके लिए ट्रांसलेटर की भी विशेष व्यवस्था की गई है।कार्यक्रम शुक्रवार रात 8 बजे से शुरू होकर सुबह 4 बजे तक चलेगा। अनुमानित विशाल भीड़ को देखते हुए प्रशासन द्वारा सुरक्षा और यातायात की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।प्रेस वार्ता के दौरान मेराज फरहाद कुरैशी, रईस कुरैशी, अनवर कुरैशी, निजाम कुरैशी, इरफान कुरैशी, इमरान कुरैशी, शरीफ कुरैशी, जमील कुरैशी, गुड्डू कुरैशी, एजाज अहमद, शमशेर अली, नसीम अख्तर, शमीम कुरैशी, अजमल कुरैशी, रफीक कुरैशी, राजू कुरैशी, राशिद कुरैशी, अलीम कुरैशी, सलीम कुरैशी समेत बड़ी संख्या में जमीअतुल कुरैश के सदस्य मौजूद रहे।

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