विजया दशमी के पावन अवसर पर खरसावा प्रखंड के अंतर्गत आमदा श्री श्री 108 ठाकुर वाड़ी मां दुर्गा के कलश विसर्जन के साथ भक्ति परंपरा और आधुनिक उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला मां के मायके से कैलश वापसी की इस भावुक घड़ी को स्थानीय महिलाओं ने सिंदूर खेला।
कैलश विसर्जन से पहले सुबह से ही पूजा पंडाल में विवाहित महिलाओं का तांता लगा था लाल और सफेद साड़ियों में सजी महिलाओं ने मां दुर्गा को मूर्ति के पास जमा होकर सिंदूर खेला को रस्म अदा को। महिलाओं ने पहले मां दुर्गा की आरती उतारी इसके बाद उत्साह और उल्लास के माहौल में एक दूसरे पर सिंदूर लगाया और सुहाग तथा स्नेह को होली खेली इस दौरान महिलाएं गले मिलकर एक दूसरे के अखंड सौभाग्य और परिवार को खुशहाली की कामना कर रही थी यह दृश्य न केवल बंगाली संस्कृति को सुंदरता को दर्शाता है बल्कि स्त्री शक्ति एकता और पारंपरिक स्नेह का भी संदेश देता है।
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