सरायकेला प्रखण्ड अन्तर्गत धातकीडीह गाँव में सर्पो की देवी माता मानस की भव्य प्रतिमा स्थापित कर भक्ति भाव से पूजा अर्चना की गई। पूजा की शुरुआत घटवारी से हुई।शुक्रवार शाम को श्रद्धालुओं द्वारा घट में जल भरकर मन्दिर परिसर लाया गया। जहाँ पंडित रामानाथ होता एव रूपक होता ने घट की स्थापना कर विधिवत मंत्रोउच्चरण के साथ सर्पो की देवी माता मानसा की पूजा अर्चना की। वहीं गाँव के श्रद्धांलुओं ने निर्जला उपवास रहकर अपने व परिवार की सुख समृद्धि व वैभव देवी माता से मांगी। पूजा के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित एल आई सी ,जमशेदपुर के अधिकारी सोहन लाल मुखी ने बताया कि मनसा की पूजा गांवों में मनाये जाने वाले प्रमुख त्योहारों में एक है। इस पूजा का गाँव में विशेष महत्व है, मां मनसा को लेकर कई मान्यताएं हैं. सांप-बिच्छू व बरसाती कीड़ों के विष से बचने के लिए मां मनसा की पूजा लोक परंपरा है.
महालिमोरूप क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता हेमसागर प्रधान ने बताया कि गांवों में मां मनसा की पूजा पूरे भक्तिभाव से मनाने के पीछे भी मान्यता है कि मां मनसा की पूजा-अर्चना से सांप-बिच्छुओं के खतरों से उन्हें सुरक्षा मिलती है. इसी कारण गांव के लोग मां मनसा की आराधना पूरे भक्तिभाव से करते हैं.
मौक पर सोहनलाल मुखी, अशोक महतो, धीरेंद्र महतो, सुभाष चंद्र महतो, नगेन महतो, कृष्णा महतो, बुधेश्वर् दास, कमलदेव दास, लखिन्द् नायक समेत अन्य उपस्थित थे।


































