राँची : समाहरणालय का सभागार आज दिनभर हलचल में रहा। डीसी भजंत्री की अध्यक्षता में आयोजित जिला स्तरीय बैठक में जिले के सभी वरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। बैठक का माहौल औपचारिक तो था, लेकिन डीसी भजंत्री की बातों में लोगों के प्रति संवेदनशीलता साफ झलक रही थी। डीसी भजंत्री ने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे आम जनता से मिलते समय धैर्य और संवेदनशीलता का परिचय दें। उन्होंने स्पष्ट किया कि जनता हमारे लिए प्राथमिक है। किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार बर्दाश्त नहीं होगा। उनका मानना है कि प्रशासन का असली उद्देश्य जनता की समस्याओं का समाधान करना है, न कि केवल कागजी कामकाज पूरा करना।
विकास योजनाओं की समीक्षा
बैठक में मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, अबुआ आवास, जल जीवन मिशन, स्वच्छ भारत मिशन और अमृत सरोवर योजना जैसी प्रमुख योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। डीसी भजंत्री ने अधिकारियों से कहा कि लंबित कार्यों को तय समय-सीमा के भीतर पूरा करना न केवल जिम्मेदारी है, बल्कि जनता के विश्वास को बनाए रखने का तरीका भी है।
राजस्व और भूमि मामलों में तेजी
लगान, म्यूटेशन, जमाबंदी सुधार और दाखिल-खारिज के लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। डीसी भजंत्री ने कहा कि प्रत्येक नागरिक के अधिकारों का संरक्षण हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।
स्वच्छता और स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान
डीसी भजंत्री ने समाहरणालय परिसर में साफ-सफाई और जन शिकायत निवारण प्रणाली पर विशेष जोर दिया। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान को सघन करने और ओडीएफ स्थिति बनाए रखने के निर्देश दिए गए। साथ ही जिले के अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं और दवाओं की उपलब्धता की नियमित समीक्षा करने के लिए कहा गया।
अधिकारियों की सहभागिता
बैठक में उप विकास आयुक्त सौरभ कुमार भुवनिया, अनुमंडल पदाधिकारी सदर रांची उत्कर्ष कुमार, अपर समाहर्ता रामनारायण सिंह, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) राजेश्वर नाथ आलोक, निदेशक डीआरडीए सुदर्शन मुर्मू, परियोजना निदेशक ITDA रांची संजय कुमार भगत और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।







0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें