बादाम और अखरोट दो सबसे पॉपुलर मेवे हैं, जो सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। दोनों में पोषक तत्व भरपूर होते हैं और इन्हें भिगोकर खाने से इनके फायदे और भी बढ़ जाते हैं। भीगाने से इनमें मौजूद फाइटिक एसिड कम हो जाता है, जिससे ये आसानी से पच जाते हैं।
भीगे हुए बादाम के फायदे
भीगे हुए बादाम में विटामिन E, मैग्नीशियम, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स भरपूर मात्रा में होते हैं। इन्हें भिगोने से बाहरी छिलका उतर जाता है, जिससे एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में आसानी से अवशोषित हो जाते हैं। आयुर्वेद में भीगे बादाम को ब्रेन टॉनिक माना जाता है, क्योंकि ये दिमाग की कार्यप्रणाली, याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करते हैं। साथ ही, इनमें मौजूद मैग्नीशियम नसों को शांत करता है और तनाव कम करता है।
अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं और हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। ये दिमाग के लिए भी अच्छे हैं और उम्र बढ़ने पर मानसिक सेहत बनाए रखने में मदद करते हैं। रात भर भिगोकर खाने से अखरोट की कड़वाहट कम होती है और पाचन आसान हो जाता है।
पाचन के लिए कौन बेहतर
भीगे हुए बादाम और अखरोट दोनों ही आसानी से पचते हैं। हालांकि, बादाम थोड़े जल्दी पचते हैं, जबकि अखरोट लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराते हैं। भीगे बादाम और अखरोट खाने से पेट में भारीपन और सूजन की समस्या कम हो जाती है।
दिल और दिमाग की सेहत
अखरोट दिल की सेहत के लिए बेहतर हैं, क्योंकि इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड और न्यूरोप्रोटेक्टिव कंपाउंड्स होते हैं। वहीं, बादाम ब्लड शुगर को कंट्रोल करने, हड्डियों को मजबूत बनाने और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।
कौन सा बेहतर है
दोनों में अपने-अपने फायदे हैं। अगर आप दिल और दिमाग की सुरक्षा चाहते हैं तो अखरोट खाएं, जबकि रोज़मर्रा की ऊर्जा, पाचन और वजन कंट्रोल के लिए बादाम बेहतर हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि दोनों को साथ में खाना सबसे फायदेमंद रहता है – जैसे 4 भीगे बादाम के साथ 1 भीगा अखरोट।











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